प्रेम मंदिर के सामने बन रहा फुट ओवर ब्रिज, जानें कब तक होगा चालू ?

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Ground Report: प्रेम मंदिर के सामने लगातार लग रहे ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए प्रशासन फुट ओवर ब्रिज का निर्माण करा रहा है. इससे श्रद्धालु बिना सड़क पार किए मंदिर पहुंच सकेंगे. निर्माण कार्य अंतिम चरण में…और पढ़ें
स्थानीय लोग, व्यापारी और वाहन चालक लंबे समय से इस समस्या से जूझ रहे थे
हाइलाइट्स
- वृंदावन के प्रेम मंदिर के सामने फुट ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य तेजी से जारी.
- श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को जाम से बड़ी राहत मिलेगी.
- हर दिन हजारों श्रद्धालु जाम की समस्या से परेशान होते हैं.
मथुरा: श्रद्धा और आस्था की नगरी वृंदावन अब जाम से राहत की ओर बढ़ रही है. हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां प्रेम मंदिर के दर्शन को आते हैं, लेकिन जैसे ही वे वृंदावन की सीमा में प्रवेश करते हैं, उन्हें सबसे पहले ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है. खासकर छटीकरा रोड स्थित प्रेम मंदिर के सामने अक्सर हालात बेकाबू हो जाते हैं.
प्रशासन की पहल से जगी उम्मीद
मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण (MVDA) के अधिकारियों ने बताया कि प्रेम मंदिर के सामने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और लगातार लग रहे जाम को देखते हुए फुट ओवर ब्रिज का निर्माण कराया जा रहा है. ब्रिज बनने के बाद श्रद्धालु बिना सड़क पार किए मंदिर तक पहुंच सकेंगे, जिससे सड़क पर भीड़ नहीं होगी और ट्रैफिक बिना रुके सुचारु रूप से चलेगा.
लोकल18 की टीम जब ग्राउंड जीरो पर पहुंची, तो निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा था. स्थानीय दुकानदार नरेंद्र सिंह ने बताया, “यहां जाम इतना भयंकर हो जाता है कि लोग गाड़ियों में घंटों फंसे रहते हैं. कई बार तो श्रद्धालु रास्ता ही बदल लेते हैं. अब फुट ओवर ब्रिज बन रहा है, तो उम्मीद है कि हमें और श्रद्धालुओं दोनों को राहत मिलेगी.”
बाजारों में लौटेगी रौनक
शहर के व्यापारी मानते हैं कि ट्रैफिक सुचारु होने से ना सिर्फ श्रद्धालु सहज अनुभव करेंगे बल्कि आस-पास के बाजारों में रौनक भी लौटेगी. एमवीडीए ने कुछ समय पहले मंदिर के सामने लगी रेलिंग को बंद कर दिया था ताकि लोग सड़क पर ना रुकें, लेकिन यह अस्थायी समाधान ज्यादा प्रभावी नहीं रहा.
तेजी से बन रहा है फुट ओवर ब्रिज
एमवीडीए के अधिकारियों के मुताबिक, फुट ओवर ब्रिज का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है और जल्द ही यह श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा. एक बार ब्रिज शुरू होने के बाद सड़क पर ट्रैफिक और पैदल चलने वालों की अलग-अलग व्यवस्था हो जाएगी, जिससे जाम जैसी समस्या इतिहास बन सकती है. इससे साफ है कि प्रशासन की यह पहल केवल एक निर्माण कार्य नहीं, बल्कि श्रद्धालुओं और स्थानीय जनता को एक बड़ी राहत देने की दिशा में बड़ा कदम है.