रेलवे स्टेशन-बस अड्डों से लड़कियों को उठा लेता था गिरोह, फिर करता था तस्करी, अब चढ़ा पुलिस के हत्थे

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लखनऊ साउथ पुलिस ने नाबालिग लड़कियों को बेचने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. दो आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ दो नाबालिग लड़कियों को बरामद किया गया. गिरोह अब तक 12–15 लड़कियों की तस्करी कर चुका है.
पूरे मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब कृष्णा नगर इलाके से 16 वर्षीय एक लड़की अचानक गायब हो गई. जांच में सामने आया कि वह मथुरा में स्वामी प्रेमानंद से मिलने के लिए बिना बताए घर से निकली थी. बस स्टेशन पर लड़की को अकेला देख कर संतोष ने उससे बातचीत शुरू की और मथुरा पहुंचाने के बहाने उसे मध्यप्रदेश के शहडोल ले गया.
शहडोल पहुंचने के बाद संतोष ने इस नाबालिग लड़की को अपने साथी मनीष भंडारी से 50 हजार रुपए में बेच दिया. यह एक सुनियोजित मानव तस्करी नेटवर्क का हिस्सा था, जो बच्चियों को बहला-फुसलाकर उन्हें बेच देता था.
पुलिस ने बरामद की दो नाबालिग बच्चियां
लखनऊ साउथ पुलिस की सतर्कता से कार्रवाई तेज की गई और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. 16 वर्षीय लड़की को सकुशल बरामद कर लिया गया, साथ ही रायबरेली की एक अन्य नाबालिग लड़की को भी बचाया गया.
अब तक 12 से 15 लड़कियों को बेच चुका है गिरोह
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि यह गिरोह अब तक 12 से 15 नाबालिग लड़कियों को बेच चुका है. इनमें से कुछ लड़कियों को राज्य से बाहर के स्थानों पर तस्करी कर भेजा गया था. आरोपियों से पूछताछ में अन्य पीड़िताओं की जानकारी जुटाई जा रही है और मानव तस्करी के पूरे नेटवर्क को खंगाला जा रहा है.