विदेशी कंपनियां, चांदनी चौक, नेताओं के नंबर और… डायरी ने खोली गाजियाबाद के नटवरलाल हर्षवर्धन की गुप्त दुनिया

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Fake Embassy Exposed in Ghaziabad: नटवरलाल को गुजरे हुए जमाना हो गया लेकिन उनकी विरासत को आगे बढ़ाने वालों की अब भी कमी नहीं है. ऐसे ऐसे ठग हमारे समाज में मौजूद हैं, जिनकी करतूतें हैरान करने वाली हैं. ऐसा ही एक…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- गाजियाबाद में चल रही थी फर्जी एंबेसी.
- कोठी पर लगा था एंबेसी ऑफ वेस्ट आर्कटिक का बोर्ड.
- STF की छापेमारी में खुला था फर्जीवाड़ा.
इस डायरी में नटवरलाल हर्षवर्धन ने कई निजी और वित्तीय जानकारियां लिख रखी थीं. इसमें साफ तौर पर दर्ज है कि उसने कविनगर क्षेत्र में 1000 गज की एक कोठी किराए पर ली थी. इसका मासिक किराया 80,000 रुपये था. यह कोठी स्वतंत्रता सेनानी अनूप सिंह के बेटे सुशील की बताई जा रही है. डायरी में यह भी लिखा गया है कि सुशील के बैंक खाते में हर्षवर्धन की पत्नी डिंपल जैन के अकाउंट से पैसा ट्रांसफर किया गया था.
गाजियाबाद पुलिस ने उसे रिमांड पर लेने की तैयारी पूरी कर ली है. बताया जा रहा है कि पुलिस को उससे और कई अहम जानकारियों की उम्मीद है. खासकर डायरी में दर्ज विदेशी खातों, कंपनियों और नेटवर्क से जुड़े लोगों के बारे में. हर्षवर्धन की रिमांड से उसके अंतरराष्ट्रीय ठगी नेटवर्क का पूरा खुलासा हो सकता है. पुलिस इस मामले में और भी लोगों की भूमिका की जांच कर रही है, जिनका नाम डायरी में मिला है.