सावधान! कहीं आप भी तो नहीं खा रहे नकली सेब? सेहत के लिए है जहर…ऐसे आसानी से करें पहचान

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How To Identify Fake Apples: आजकल बाजार में मिलावटखोरों का आतंक है, ऐसे में फल और सब्जियों की खरीदारी करते समय सावधान रहने की जरूरत है. बात अगर सेब की करे, तो इसे लगभग हर कोई खाना पसंद करता हैं. अगर सेब नकली है तो काफी नुकसानदायक हो सकता है. विस्तार से जानिए…
फिलहाल, बाजार में नकली फल और सब्जियां देखी जा रही है, जो स्वास्थ्य के लाभकारी नहीं बल्कि हानिकारक हो सकते हैं. बात अगर सेब की करे तो इसे भी अधिक सुंदर दिखाने के लिए सिंथेटिक केमिकल्स, प्लास्टिक और कृत्रिम रंगों का उपयोग किया जाता है. नकली सेब को शेलैक या वैक्स से चमकाया दिया जा रहा है, जो सही नहीं हैं.

सेब के अलावा भी अगर कोई फल या सब्जी असामान्य रूप से चमकदार और गहरे रंग की हो, तो वह नकली हो सकती है, इसलिए स्वतः जागरूक होने की आवश्यकता है. असली सेब में हल्की चमक और प्राकृतिक रंग होते हैं, लेकिन नकली सेब में ज्यादा चमक, केमिकल कोटिंग का संकेत देता है. सेब की खरीददारी के समय यह ध्यान दें.

सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय डॉ. वेद प्रकाश मिश्र ने कहा कि, “असली सेब में एक सुखद प्राकृतिक खुशबू होती है, जबकि नकली या केमिकल युक्त उत्पादों में रासायनिक गंध, गंधमुक्त या अप्रिय सुगंध हो सकती है, इसलिए सेब को खरीदने से पहले उसे सूंघकर जरूर देखें”. सेब की खुशबू असली और नकली की पहचान करा सकता है.

असली और नकली सेब को कटाई और पानी के द्वारा भी पहचाना जा सकता है. सेब को काटकर उसके अंदर के बनावट को देखें. नकली फल में बाहर और अंदर का रंग मेल नहीं खाते हैं. अब इसके छोटे फल को पानी में डाल सकते हैं. अगर सेब असली होगा तो पानी में डूब जाएगा, जबकि नकली सेब तैर सकता है.

सबसे बड़ी और लाभकारी बात यह है कि, “सीजनल फल और सब्जियों में नकलीपन की संभावना कम होती है, इसलिए मौसम के हिसाब से उगने वाले फल पर ही ज्यादा फोकस करे. मौसमी फल प्रतिदिन उगते हैं, जो आसानी से ताजा और अक्सर असली ही मिलते हैं. सेब की खरीददारी करने में थोड़ा सा ध्यान दिया जाए, तो आदमी नकली सेब से निजात पा सकता है.