अंग्रेजों के बनवाए भवन से आज भी चल रहा मिर्जापुर, 1837 में हुआ था निर्माण

Last Updated:
Mirzapur Collectorate Building: मिर्जापुर के कलेक्ट्रेट भवन का निर्माण 1837 ई. में हुआ था. वहीं, कलेक्ट्रेट में स्थित संयुक्त कार्यालय की स्थापना 1839 में की गई थी. कलेक्ट्रेट भवन में डीएम व एडीएम के कार्यालय के साथ ही उनका न्यायालय भी संचालित होता है. भवन का निर्माण बेहतरीन तरीके से किया गया है.
मुकेश पांडेय/मिर्जापुर : प्राचीन भवन हो या पुल हो. अंग्रेजों के द्वारा कई ऐसी चीजों का निर्माण किया गया जो सालों-साल से बिना खराब हुए ऐसे ही चल रहे हैं. ऐसे भवनों में एक मिर्जापुर का कलेक्ट्रेट भवन भी है.

मिर्जापुर के कलेक्ट्रेट भवन का निर्माण 1837 ई. में हुआ था. अंग्रेजों ने कलेक्ट्रेट भवन का निर्माण कराया था. अंग्रेजों के द्वारा बनवाए गए भवन में आज भी कार्य हो रहे हैं.

कलेक्ट्रेट में स्थित संयुक्त कार्यालय की स्थापना 1839 में की गई थी. इससे एक ही स्थान पर सभी विभाग के काम हो जाते हैं. उन्हें अलग-अलग पटल की खोज के लिए उधर-उधर नहीं जाना पड़ता है.

कलेक्ट्रेट भवन में डीएम व एडीएम के कार्यालय के साथ ही उनका न्यायालय भी संचालित होता है. इसी भवन में कलेक्ट्रेट सभागार भी बनाया गया है. पुराने भवन में रजिस्ट्री का भी कार्य होता है.

भवन के निर्माण में लकड़ी के बल्ली और पटिया का प्रयोग किया गया है. हालांकि, बारिश के दिनों में छिटपुट स्थानों से पानी टपकने की बात सामने आती है. आज भी यह भवन प्रशासनिक कार्यों का केंद्र है.

भवन का निर्माण बेहतरीन तरीके से किया गया है. अद्भुत नक्कासी के साथ ही अलग-अलग कार्यालयों के भवन बने हुए हैं. खास बात यह है कि भवन देखने में अंग्रेजों के जमाने का नहीं लगता है.

कलेक्ट्रेट भवन के निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाया जा रहा है. हालांकि, सही स्थल नहीं होने की वजह से अभीतक प्रस्ताव ठंडे बस्ते में है. इसपर कोई काम नहीं हो रहा है.

नए भवन के चनईपुर में भूमि देखी जा रही है. भूमि चिन्हित होते ही शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा. मंजूरी मिलते ही नए कलेक्ट्रेट भवन का निर्माण शुरू हो जाएगा.