अनदेखी के चलते मिट रहा राजा जयचंद के ऐतिहासिक किले का वजूद!

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अनदेखी के चलते मिट रहा राजा जयचंद के ऐतिहासिक किले का वजूद!


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Raja Jaichand Fort: कौशांबी के कड़ा धाम में स्थित राजा जयचंद का ऐतिहासिक किला संरक्षण के अभाव में खंडहर में बदल रहा है. प्रशासन की लापरवाही और गंगा की बाढ़ ने किले को नुकसान पहुंचाया है. किले का अस्तित्व खतरे म…और पढ़ें

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कौशाम्बी के कड़ा धाम गंगा किनारे बना राजा जय चन्द्र का किला 

हाइलाइट्स

  • राजा जयचंद का किला खंडहर में बदल रहा है.
  • प्रशासन की लापरवाही से किले को नुकसान हुआ.
  • किले का अस्तित्व खतरे में, संरक्षण जरूरी.

कौशांबी: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के कड़ा धाम में गंगा के किनारे स्थित राजा जयचंद का ऐतिहासिक किला (Raja Jaichand Fort) अब धीरे-धीरे खंडहर में बदलता जा रहा है. यह किला, जो कभी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हुआ करता था, अब संरक्षण के अभाव में अपनी पहचान खोता जा रहा है. इसका संरक्षण बेहद जरूरी है वरना आने वाले समय में यह ऐतिहासिक धरोहर इतिहास के पन्नों में दफन हो जाएगी. राजा जयचंद ने इस किले का निर्माण 1170 ईस्वी में किया था. यह किला कन्नौज के राजा जयचंद द्वारा अपनी सैन्य शक्ति को बढ़ाने और यवन साम्राज्य के खिलाफ संघर्ष करने के लिए बनवाया गया था. किले के निर्माण के बाद, राजा जयचंद ने यहां से दिल्ली तक एक सुरंग भी बनवायी थी, जिसका इस्तेमाल वह अपनी यात्रा के दौरान करते थे.

किले की देखभाल में प्रशासन की लापरवाही
स्थानीय निवासियों का कहना है कि किले के संरक्षण पर प्रशासन और पर्यटक विभाग ने कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण किला धीरे-धीरे खंडहर में तब्दील हो गया है. गंगा में आई बाढ़ ने किले के कोने-कोने की मिट्टी को हिलाकर फिसलने का काम किया, और अब किले की दीवारें और इमारतें पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी हैं. किले में अब पर्यटकों का आना-जाना बंद हो चुका है. वहीं, कड़ा निवासी कृष्ण दत्त ओझा ने बताया कि यह किला लगभग 1000 साल पुराना है और इसका निर्माण कन्नौज के राजा जयचंद ने अपने सैनिकों के विश्राम के लिए किया था. किले का एक महत्वपूर्ण हिस्सा खंडहर में तब्दील हो चुका है और किले की दीवारें और ईंटें पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी हैं.

पर्यटन बंद, किले का अस्तित्व खतरे में
इस ऐतिहासिक किले का अस्तित्व अब खतरे में है. ग्रामीणों और स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर प्रशासन और पर्यटक विभाग ने समय रहते इस किले के संरक्षण की दिशा में कदम नहीं उठाए, तो कड़ा धाम का यह ऐतिहासिक किला पूरी तरह से समाप्त हो सकता है. यह किला न केवल कौशांबी जिले की ऐतिहासिक धरोहर है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के पर्यटन के लिहाज से भी महत्वपूर्ण स्थान रखता था. यदि किले के संरक्षण के लिए उचित कदम नहीं उठाए गए तो आने वाली पीढ़ियां इसके इतिहास से वंचित हो सकती हैं.

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