आगरा में चमत्कार…एक दिन में निपटा दिए 4.63 पेंडिंग केस, जानें कैसे बनाया अनूठा रिकॉर्ड

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आगरा में चमत्कार…एक दिन में निपटा दिए 4.63 पेंडिंग केस, जानें कैसे बनाया अनूठा रिकॉर्ड


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Agra Lok Adalat : आगरा में आज राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ. कोर्ट परिसर में मुवक्किलों और वकीलों की खासी भीड़ देखी गई. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई.

राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नई दिल्ली) और उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (लखनऊ) के निर्देश पर आज जनपद आगरा में राष्ट्रीय लोक अदालत लगाई गई. इसका शुभारंभ जिला जज संजय कुमार मलिक ने दीप प्रज्वलन और मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया.

लोक अदालत

इस लोक अदालत में कुल 4,63,870 वादों का निस्तारण किया गया, जो अपने आप में रिकॉर्ड है. न्यायालय परिसर में वादकारी और अधिवक्ताओं की खासी भीड़ देखी गई. शांति व्यवस्था के मद्देनज़र पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी.

लोक अदालत

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीशों की ओर से 247 वादों का निस्तारण किया गया, जिनमें ₹1,82,900 का जुर्माना लगाया गया. परिवार न्यायालयों में 97 वाद निपटाए गए. मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण की ओर से 190 मामलों में ₹16.05 करोड़ की प्रतिपूर्ति राशि पीड़ितों को दिलाई गई. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, रेलवे मजिस्ट्रेट, सिविल जज आदि की पीठों की ओर से 12,477 मामलों का निस्तारण कर ₹33.43 लाख का जुर्माना लगाया गया. उपभोक्ता आयोग, कॉमर्शियल कोर्ट व स्थायी लोक अदालतों ने 39 वादों में ₹25.14 लाख की राशि निर्धारित की.

लोक अदालत

तहसीलों और कलेक्ट्रेट स्तर पर राजस्व से संबंधित 2,74,221 वादों का निस्तारण हुआ. यातायात चालानों के 4,215 मामलों सहित 1,71,810 प्रीलिटिगेशन वाद भी सुलझाए गए.

जिला जज

इस मौके पर एसबीआई, पीएनबी, यूको बैंक, बीएसएनएल आदि संस्थानों से जुड़े 764 वादों का भी निपटारा किया गया. इनके केसेस में ₹12.47 करोड़ की समझौता राशि पर बात बनी.

जिला जज

आमजन की सुविधा के लिए कई जगहों पर पूछताछ केंद्र बनाए गए थे, जहां अधिवक्ताओं और पराविधिक स्वयंसेवकों की सेवाएं उपलब्ध कराई गईं. आयोजन की सफलता के लिए प्रशासन और न्यायपालिका ने समन्वय के साथ काम किया.

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