इस विधि से शुरू करें मशरूम की खेती, 25 दिन में होने लगेगी तगड़ी कमाई, सिर्फ इसका रखें ध्यान

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Mashroom Ugane ka tarika : मशरूम की खेती के लिए सबसे जरूरी चीज परफेक्ट तैयारी है. अगर आप मशरूम उत्पादन के व्यवसाय से जुड़ना चाहते हैं तो सबसे पहले इसकी खेती के प्रोसेस को जरूर जान लें.
मशरूम
Mashroom farming tips/आजमगढ़. मशरूम की खेती एक बेहतरीन व्यवसाय के रूप में उभर कर सामने आई है. मार्केट में इसकी काफी डिमांड है. इसी को देखते हुए कई किसान मशरूम के उत्पादन से जुड़कर बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं. मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार भी कई योजनाओं का संचालन कर रही है. इन योजनाओं के तहत लाखों रुपये का अनुदान दिया जा रहा है. मशरूम उत्पादन के लिए परफेक्ट तैयारी बेहद जरूरी है. अगर आप मशरूम उत्पादन के व्यवसाय से जुड़ना चाहते हैं तो सबसे पहले इसकी खेती की प्रक्रिया को समझना जरूरी है.
आजमगढ़ जिला उद्यान अधिकारी बताते हैं कि मशरूम की खेती के लिए सबसे पहले दो तरह से स्टोरेज की जगह का निर्माण किया जाता है. किसान अपने लागत और बजट के अनुसार इसका निर्धारण कर सकते हैं. अगर आप कम बजट में मशरूम उत्पादन का काम शुरू करना चाहते हैं तो आप शुरुआत में शेड लगाकर मशरूम की खेती कर सकते हैं. अगर आप बड़े पैमाने पर मशरूम की खेती करना चाहते हैं तो आपके लिए एसी प्लांट एक बेहतर विकल्प हो सकता है.
सही स्पॉन का चुनाव जरूरी
जिला उद्यान अधिकारी बताते हैं कि मशरूम उत्पादन के लिए सबसे पहले हमें स्पॉन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. स्पॉन का चुनाव करते वक्त किसानों को उसके सही क्वालिटी के बारे में जानना जरूरी है. मशरूम उत्पादन के लिए स्पॉन के साथ-साथ कंपोस्ट मैन्योर की भी आवश्यकता होती है. सबसे पहले भूसे में कंपोस्ट मैन्योर मिलाकर उसमें स्पॉन की मात्रा मिलाई जाती है. इसके बाद इसे प्लास्टिक थैली में सही तरह से भारा जाना होता है. फिर इसे नमी के स्थान पर भी रखा जाना आवश्यक है. मशरूम उत्पादन के लिए नमी बेहद जरूरी होती है.
हो सकती है खराब
सही मिश्रण और रखरखाव के बाद मशरूम 25 से 30 दिनों में तैयार हो जाता है, जिसे मार्केट में बेचा जा सकता है. हालांकि इस दौरान मशरूम को सही तरह से देखरेख करने की आवश्यकता होती है. नमी के कारण मशरूम में फंगस लगने का खतरा होता है, जिससे मशरूम की फसल खराब हो सकती है या तय समय पर उम्मीद के अनुसार उत्पादन नहीं मिलता. मशरूम को फंगस यानी फफूंद रोग से बचानाहोता है.