उम्मीद 2024-25: उत्तर प्रदेश परिवहन में 20 हजार नई बसों का बेड़ा, 23 अत्याधुनिक बस स्टेशन लेंगे आकार – Safarnama Umeed 2024 25 A fleet of 20 thousand new buses in Uttar Pradesh Transport 23 state of the art bus stations will take shape

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उम्मीद 2024-25: उत्तर प्रदेश परिवहन में 20 हजार नई बसों का बेड़ा, 23 अत्याधुनिक बस स्टेशन लेंगे आकार – Safarnama Umeed 2024 25 A fleet of 20 thousand new buses in Uttar Pradesh Transport 23 state of the art bus stations will take shape


जागरण संवाददाता, लखनऊ। परिवहन निगम की बसों का पहिया गुजरते साल में तेजी से घूमता रहा, वजह निगम की बसों का बेड़े जवान होता जा रहा है, क्योंकि लगातार करीब 3500 नई बसें नियमित अंतराल पर आती रही, नये साल में 3100 बसें मिलने का रास्ता कुछ दिन पहले ही साफ हुआ है, जब प्रदेश सरकार ने अनुपूरक बजट में 1000 करोड़ रुपये देने की घोषणा किया। 

सरकार लगातार ने बजट में निगम की बेहतरी के लिए धन दे रही है। रोडवेज का तकनीक के साथ कदमताल अनवरत जारी है कई सुविधाएं शुरू हो चुकी हैं, 2025 में पहली बार इलेक्ट्रिक बसें भी निगम की संपत्ति बनकर यात्रियों को बेहतर सुविधा मुहैया कराएंगी।

बसों का किराया 20 प्रतिशत तक घटाया

निगम ने बसों के किराये में बढ़ोतरी नहीं किया, बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी वर्ष पर जनरथ व शताब्दी बसों का किराया 20 प्रतिशत तक घटाया है। प्रदेश में पहली बार परिवहन निगम का बस बेड़ा 20 हजार के पार करने की तैयारियां तेज हैं।


उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में 2024 में बदलावों की तेजी से बुनियाद पड़ी है, आने वाले वर्षों में निगम नये रंग-ढंग से बसों का संचालन कराएगा। गांवों में बसें चलाने के लिए 1509 नये मार्ग तलाशे गए, निगम व परिवहन विभाग के अफसरों ने मिलकर ऐसे गांवों का चयन किया, जो अब तक बसों की सेवा से दूर रहे हैं। 
इन मार्गों पर करीब तीन हजार से अधिक बसों का संचालन कराया जाना है। निगम ने निजी बस स्वामियों को लुभाने के लिए अनुबंध की शर्तों में बड़ा बदलाव किया, नई शर्तों में बस, ड्राइवर के साथ कंडक्टर भी बस स्वामी को ही मुहैया कराना होगा। 

32 सीट वाली बसों का भी अनुबंध

इतना ही नहीं गांवों के संकरे मार्गों पर आवागमन में परेशानी न हो इसके लिए 32 सीट वाली बसों का भी अनुबंध किया जा सकता है। इसी के साथ 44 सीट, 52 सीट वाली बसें भी होंगी। पहले चरण में 5000 बसों को बेड़े में शामिल करने का लक्ष्य है, उसमें से करीब 3000 बसों का अनुबंध हो चुका है। कुल 15000 बसों का तीन चरणों में अनुबंध होना है।
परिवहन निगम की बसों का बेड़ा इस समय 12550 बसों का है, 15 वर्ष की आयु पूरा कर चुकी करीब 2800 बसों को जनवरी से दिसंबर तक बेड़े से बाहर किया गया है, जबकि इसी दौरान 3500 नई बसें बेड़े में शामिल हुई हैं। इसी वर्ष 220 इलेक्ट्रिक, 100 वोल्वो और 1800 रेडीमेड बसों काे खरीदने का टेंडर किया गया है। इलेक्ट्रिक बसें पहले चरण में नोएडा व प्रयागराज आदि क्षेत्रों में संचालित होंगी। संबंधित मार्गों पर अब चार्जिंग स्टेशन सहित अन्य आधारभूत ढांचा तैयार करने का काम चल रहा है। नये साल में इसकी रफ्तार और तेज होने की उम्मीद है।

पहले चरण के 23 बस स्टेशनों का अनुबंध पूरा, दूसरे चरण में 50 संवरेंगे

परिवहन निगम एयरपोर्ट की तर्ज पर अत्याधुनिक बस स्टेशन प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप के तहत बनाने जा रहा है। पहले चरण में लखनऊ के विभूतिखंड गोमतीनगर, चारबाग व अमौसी सहित प्रदेश के 23 बस स्टेशनों का टेंडर किया गया है। ओमेक्स सहित देश की बड़ी कंपनियां बस स्टेशनों को तैयार करेंगी, इसी परिसर में शापिंग माल, होटल, थियेटर सहित अन्य सुविधाएं होंगी। 
उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य होगा जहां पर इतने बस स्टेशन एक साथ एयरपोर्ट की तर्ज पर बनने जा रहे हैँ, अन्य राज्यों में यह संख्या 10 से 15 के बीच है। लखनऊ में जल्द ही भूमि पूजन कराकर योजना का शुभारंभ होगा। इतना ही नहीं दूसरे चरण में लखनऊ के कैसरबाग, जानकीपुरम सहित प्रदेश के 50 बस स्टेशनों की सूची तैयार की गई है। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के सामने प्रस्तुतीकरण हुआ और उन्होंने सहमति दे दिया है, जल्द ही इन बस स्टेशनों को कैबिनेट में प्रस्ताव भेजा जाएगा, नये साल में यह प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है।

अधिकारियों व कर्मचारियों का एक करोड़ रुपये का दुर्घटना बीमा

परिवहन निगम ने नवंबर माह में अधिकारियों, कर्मचारियों आदि को बड़ी राहत दिया है, निगम का इंडियन बैंक के साथ करार हुआ है, रोडवेज के जो भी अधिकारी व कर्मचारी बैंक में खाता खोलेंगे उन्हें एक करोड़ रुपये का दुर्घटना बीमा कराया जाएगा, मृत्यु होने की दशा में यह धनराशि उनके परिवार को मिलेगी। उल्लेखनीय है कि अभी तक रोडवेज के 35 हजार से अधिक ड्राइवरों व कंडक्टरों को पांच लाख रुपये का दुर्घटना बीमा मिलता रहा है। इतना ही नहीं 50 हजार रुपये से अधिक वेतन पाने वालों को आठ लाख रुपये और 50 हजार से कम वेतन पाने वालों को पांच लाख रुपये का टर्म बीमा का लाभ भी दे रही है। इसके लिए 1168 रुपये हर किस्त देना होता है।

अब 44 प्रतिशत मिलेगा महंगाई भत्ता, एरियर नहीं

निगम के कर्मचारियों को 44 प्रतिशत महंगाई भत्ता देने का आदेश हुआ है, कर्मचारियों का जनवरी व जुलाई 2023 से चार-चार प्रतिशत की बढ़ाेतरी लंबित रही है, निगम ने पांच नवंबर 2024 से महंगाई भत्ता देने का आदेश दिया है लेकिन, 2023 से लेकर अक्टूबर 2024 तक का एरियर नहीं दिया जाएगा, कर्मचारी इस बात से नाखुश हैं कि अन्य विभागों में महंगाई भत्ता अधिक मिल रहा है, जबकि निगम इसमें सबसे पीछे है और एरियर भी नहीं दे रहा है।

एलईडी स्क्रीन, पैनिक बटन और ट्रैकिंग डिवाइस का संगम

रोडवेज यात्रियों की सुविधाओं के लिए प्रदेश के 100 बस स्टेशनों पर एलईडी स्क्रीन लगाई गई है, इस पर रेलवे स्टेशन की तर्ज पर बसों के आवागमन की सूचना डिस्प्ले होती रहती है। बसों में जापान की कंपनी के सहयोग से ट्रैकिंग डिवाइस लगाई गई है, इसकी निगम मुख्यालय से लेकर क्षेत्रीय मुख्यालयों पर निगरानी हो रही है। बस के संचालन में किसी भी प्रकार के बदलाव तेजी से ब्रेक लगाना, स्टेशन पर न रोकना व डिवाइस से छेड़छाड़ तक जांचा जा रहा है। इससे क्षेत्रीय प्रबंधक यह भी नहीं कह सकते कि इतनी बसें चल रही हैँ, एक-एक बस विभिन्न मार्ग पर दिखती है। 
निर्भया कांड के बाद महिलाओं की सुरक्षा के लिए हर बस में दस-दस पैनिक बटन लगाए गए हैं। बटन को प्रेस करने पर डायल 112 के साथ ही मुख्यालय व क्षेत्रीय कार्यालयों में अलर्ट पहुंचता है। निगम जल्द ही मार्गदर्शी एप का शुभारंभ करेगा, ताकि यात्री घर बैठे बसों की लोकेशन जान सकें।

महाकुंभ के लिए 7000 भगवा रंग की बसें चलेंगी

परिवहन निगम इसी वर्ष अयोध्या में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अयोध्या के लिए बसों का विशेष संचालन कर चुका है। मंत्री व विधायकों को भी रोडवेज की बसों से अयोध्या भेजा गया था, बसों में रामधुन बजाने का प्रबंध किया गया, अब पहली बार महाकुंभ के लिए 7000 बसें चलाई जाएंगी, इतनी बसें पहले कुंभ के लिए कभी नहीं चली। इनमें 3000 बसें बिल्कुल नई होंगी, सभी बसों को भगवा रंग में रंगा गया है। बसों व बस स्टेशन पर धार्मिक संगीत बजाने का भी आदेश हुआ है।

राजधानी में दौड़ी डबल डेकर, नई बसों का इंतजार

लखनऊ में प्रदेश की पहली इलेक्ट्रिक डबल डेकर का संचालन गुजरते साल के अंतिम महीनों में शुरू हुआ है। नई बस कमता से एयरपोर्ट के बीच चल रही है। इन दिनों लखनऊ से कानपुर मार्ग पर निर्माण कार्य चल रहा है, वह पूरा होते ही डबल डेकर स्कूटर इंडिया तक चलेगी। सिटी ट्रांसपोर्ट के प्रबंध निदेशक आरके त्रिपाठी ने बताया कि नई बसों के आने की राह देखी जा रही है। 125 नई इलेक्ट्रिक बसें मिलने की उम्मीद है। अभी करीब 100 इलेक्ट्रिक व इतनी ही सीएनजी बसों का संचालन विभिन्न मार्गों पर हो रहा है।

परिवहन निगम यात्रियों को सुविधाएं देने के लिए लगातार कार्य कर रहा है, देश में यूपी पहला राज्य बना है, जहां एक साथ 23 बस स्टेशन पीपीपी पर तैयार हो रहे हैं। महाकुंभ में परिवहन निगम शटल सेवाओं का भी संचालन करेगा।

-दयाशंकर सिंह, परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार



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