कम समय, कम रोग और ज्यादा वजन! गन्ने की इस खास वैरायटी से खिले किसानों के चेहरे, खूब हो रहा मुनाफा
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Ganne Ki Kheti: गोंडा के एक किसान ने गन्ने की उन्नत वैरायटी उगाकर खेती की तस्वीर बदल दी है. कम लागत में ज्यादा पैदावार और बेहतर आमदनी ने इस वैरायटी को किसानों के बीच चर्चा का विषय बना दिया है. सही देखभाल से यह किस्म किसानों के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो रही है.
गोंडा: खेती में मेहनत के साथ सही तकनीक और सही फसल का चयन कर लिया जाए, तो किसान अपनी आमदनी कई गुना बढ़ा सकता है. उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में कुछ ऐसा ही उदाहरण सामने आया है, जहां विकासखंड मनकापुर के एक किसान ने गन्ने की उन्नत वैरायटी उगाकर शानदार पैदावार हासिल की है. इस वैरायटी की खेती से न केवल उत्पादन बढ़ा है, बल्कि लागत कम होने के कारण मुनाफा भी ज्यादा हुआ है.
पारंपरिक गन्ने की जगह उन्नत वैरायटी का चुनाव
लोकल 18 से बातचीत में प्रगतिशील किसान प्रवीण कुमार सिंह बताते हैं कि उन्होंने पारंपरिक गन्ने की जगह 0238 वैरायटी को चुना. यह किस्म कम समय में तैयार हो जाती है और सामान्य तौर पर इसमें रोग लगने की संभावना भी कम रहती है. हालांकि कुछ समय पहले इसमें लाल सड़न रोग की समस्या सामने आई थी, लेकिन सही समय पर उपचार और देखभाल से इस परेशानी पर काबू पा लिया गया.
लंबाई, मोटाई और वजन में बेहतर गन्ना
प्रवीण कुमार सिंह बताते हैं कि 0238 वैरायटी में गन्ने की लंबाई और मोटाई दोनों अच्छी होती है. इससे गन्ने का वजन ज्यादा निकलता है और प्रति एकड़ पैदावार सामान्य किस्मों की तुलना में काफी अधिक मिलती है. यही वजह है कि इस वैरायटी की ओर अब आसपास के किसान भी तेजी से आकर्षित हो रहे हैं.
प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि पहले उनके खेत में करीब 60 प्रतिशत गन्ना 0238 वैरायटी का लगा हुआ था. जब लाल सड़न रोग की समस्या दिखने लगी, तो उन्होंने शुरुआत में ही सतर्कता बरती. समय पर गन्ने का उपचार किया गया और खेत की निगरानी बढ़ा दी गई.
प्रति एकड़ कितनी हो रही पैदावार?
किसान प्रवीण बताते हैं कि 0238 वैरायटी से प्रति एकड़ लगभग 400 से 450 कुंतल तक गन्ने की पैदावार हो रही है. अगर खेत की देखभाल और समय पर उपचार किया जाए, तो यह पैदावार 500 कुंतल से भी ज्यादा हो सकती है. उन्होंने कुल 3 एकड़ में 0238 वैरायटी के गन्ने की खेती की है. इस किस्म में लागत कम आती है और उत्पादन अन्य वैरायटी के मुकाबले 15 से 20 प्रतिशत ज्यादा मिलता है.
कम लागत में तगड़ा मुनाफा
किसान प्रवीण बताते हैं कि 3 एकड़ गन्ने की खेती में करीब 1 से 1.5 लाख रुपए की लागत आई है. वहीं, इसी खेती से उन्हें लगभग 4 से 5 लाख रुपए तक की आमदनी हो रही है.
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सीमा नाथ पांच साल से मीडिया के क्षेत्र में काम कर रही हैं. शाह टाइम्स, उत्तरांचल दीप, न्यूज अपडेट भारत के साथ ही लोकल 18 (नेटवर्क18) में काम किया है. वर्तमान में मैं News18 (नेटवर्क18) के साथ जुड़ी हूं, जहां मै…और पढ़ें