कल तक पूरा गांव देता था ताना, आज उसी महिला ने बाकियों को दिखाया रोजगार का रास्ता

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कल तक पूरा गांव देता था ताना, आज उसी महिला ने बाकियों को दिखाया रोजगार का रास्ता


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केले के तने से बनी हुई डलिया!

बहराइच: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के तेजवापुर ब्लॉक की रहने वाली रेनू यादव को महिला होने के चलते काफी ताने सुनने को मिलते थे. गरीब परिवार से होने के नाते पढ़ाई-लिखाई भी अच्छे से नहीं हो पाई. इसके बाद इन्होंने सोचा कि क्यों ना कुछ काम शुरू किया जाए जिससे आर्थिक स्थिति ठीक हो सके और रोजी-रोजगार का भी इंतजाम हो सके. इसके बाद इन्होंने केले के तने से विभिन्न सामग्री बनाने की शुरुआत की. धीरे-धीरे उनका काम बढ़ता गया और आज वो कई लोगों को ट्रेनिंग देती हैं और बहुत से लोग उनके साथ जुड़कर रोजगार भी कर रहे हैं.

रेनू की बनाई चीजों की डिमांड इतनी बढ़ गई कि आज वो कई महिलाओं को ट्रेनिंग देती हैं. इससे उन्हें अच्छी कमाई होती है. उनके इस काम और नाम से उन लोगों का मुंह बंद हो गया जो कल तक उन्हें ताना देते थे. आज इनसे जुड़कर रोजगार कर रहे हैं.

कुछ इस तरह केले के तने से तैयार होती है सामग्री

रेनू यादव ने बताया कि केले के पौधे में फल आने के बाद जब यह बेकार फेंकने लायक हो जाते हैं तब वह इन पौधों को काटकर अपने घर ले आती हैं. इसके तने से रेशे निकाल लेती हैं और फिर इन रेशों को धूप में सूखने के लिए छोड़ देती हैं. धीरे-धीरे रेशे सूख जाते हैं और फिर रेनू उन्हें आपस में मिलाकर टोकरी, डलिया और बैग सहित तरह-तरह की चीज बनाकर देती हैं. अपने बनाए सामान को और ज्यादा मनमोहक और सुंदर बनाने के लिए ये इनमें बनावटी फूल, मोती और माला लगाती हैं. इससे यह दिखने में काफी सुंदर हो जाते हैं और मार्केट में इनकी डिमांड भी खूब बढ़ जाती है. इसके साथ ही ये लंबे समय तक टिक भी जाते हैं.

मार्केट में खूब डिमांड के साथ कीमत भी कम

इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में हर कोई तरह-तरह के मैटेरियल के बैग और डलिया आदि चीज इस्तेमाल करते हैं. अगर बात की जाए देसी चीजों की तो गांव और देहात में महिलाओं की बनाई हुई चीज ही दिखाई देगी. बहराइच जिले के तेजवापुर ब्लॉक में रहने वाली महिला रेनू यादव केले के तने से विभिन्न सामग्री बनाने के साथ-साथ तने से झाड़ू भी बना देती हैं. इनका कहना है कि केले के तने से झाड़ू लगाना घर में काफी शुभ माना जाता है. इसके साथ ही अच्छे से घर की सफाई भी हो जाती है. अगर कीमत की बात करें तो केले के तने से बनने वाली सामग्रियों की कीमत बहुत अधिक नहीं होती है. इसकी शुरुआती कीमत मात्र ₹100 से होती है.

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