कुशीनगर में महिला उत्पीड़न की समस्या गंभीर… यूपी SWC करेगा मॉनिटरिंग! उपाध्यक्ष चारु चौधरी ने किया वादा

Last Updated:
Kushinagar News : कुशीनगर में ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ कार्यशाला में यूपी राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारु चौधरी ने महिला उत्पीड़न की गंभीर समस्या पर चिंता जताई और मॉनिटरिंग का वादा किया. उन्होंने टीवी चैनलों के …और पढ़ें
महिला उत्पीडन रोकने का भी होगा प्रयास
हाइलाइट्स
- कुशीनगर में महिला उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ी हैं.
- यूपी SWC उपाध्यक्ष चारु चौधरी ने मॉनिटरिंग का वादा किया.
- टीवी चैनलों के अश्लील कंटेंट पर कड़ी कार्रवाई होगी.
कुशीनगर : कुशीनगर में ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन हुआ. कुशीनगर नगरपालिका के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारु चौधरी थीं. चारु चौधरी ने कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ के फायदे बताए. उन्होंने कहा कि इस विधि से चुनाव कराने से देश की प्रगति में कोई बाधा नहीं आएगी और संसाधनों का दुरुपयोग भी नहीं होगा.
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि इस विधि को अपनाने से अलग-अलग राज्यों में बार-बार होने वाले चुनाव के खर्च से भी देश को मुक्ति मिलेगी. बार-बार हो रहे चुनावों से लोगों का जो मोहभंग हो रहा है, वह पांच साल में एक बार होने वाले चुनाव से लोगों में उत्साह बनाए रखेगा. ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को पूरे प्रदेश के सभी हिस्सों में व्यापक समर्थन मिल रहा है और लोगों में इसके प्रति जागरूकता भी बढ़ी है.
कुशीनगर में महिला उत्पीड़न की समस्या गंभीर
‘वन नेशन वन इलेक्शन’ कैंपेन के तहत कुशीनगर में आईं राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारु चौधरी ने महिला उत्पीड़न के मुद्दे पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि कुशीनगर में महिला उत्पीड़न की घटनाओं से वे चिंतित हैं. यहां महिला उत्पीड़न की घटनाएं ज्यादा देखने को मिल रही हैं और वे लगातार इसकी मॉनिटरिंग कर रही हैं. वे पीड़ित महिलाओं से मिलकर उनकी समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रही हैं.
टीवी चैनलों के अश्लील कंटेंट पर होगी कार्रवाई
टीवी चैनलों पर परोसे जा रहे अश्लील कंटेंट और भाषा के इस्तेमाल पर उन्होंने कहा कि ऐसे चैनलों और उनके द्वारा चलाए जा रहे प्रोग्राम के खिलाफ कार्रवाई चल रही है. कुछ चैनलों के प्रोग्राम के खिलाफ पहले भी कार्रवाई हुई है और वे बंद भी हुए हैं. धीरे-धीरे ऐसे सारे कार्यक्रम, जिनमें अभद्र और अश्लील भाषा का प्रयोग किया जा रहा है, उन पर कड़े कदम उठाए जा रहे हैं.