कैसे होती है एक्सप्रेस-वे और हाईवे पर लड़ाकू जहाजों की नाइट लैंडिंग? ग्रुप कैप्टन ने खोला राज

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कैसे होती है एक्सप्रेस-वे और हाईवे पर लड़ाकू जहाजों की नाइट लैंडिंग? ग्रुप कैप्टन ने खोला राज


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Night Landing Of Fighter Aircraft : शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस-वे पर 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी बनकर तैयार हो गई है, जहां वायुसेना के लड़ाकू जहाज दिन और रात दोनों समय लैंडिंग और टेक ऑफ कर सकते हैं. यह हवाई पट्…और पढ़ें

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वायुसेना 

हाइलाइट्स

  • शाहजहांपुर में एक्सप्रेस-वे पर हवाई पट्टी तैयार.
  • रात में भी लड़ाकू जहाजों की लैंडिंग संभव.
  • नाइट लैंडिंग से भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ी.

शाहजहांपुर : ‘शहीदों की नगरी’ शाहजहांपुर कल ऐतिहासिक पल की गवाह बनी जब वायु सेना के लड़ाकू जहाज गंगा एक्सप्रेस-वे पर बनी हुई हवाई पट्टी पर नाइट लैंडिंग कर रहे थे. एक्सप्रेस-वे पर बनी हुई यह पहली ऐसी हवाई पट्टी है यहां पर वायु सेना के लड़ाकू जहाज लैंड और टेक ऑफ कर सकते हैं. भारत की लगातार बढ़ रही सैन्य ताकत को देखते हुए दुश्मन के खेमे में खलबली मची हुई है. कल दिन में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू जहाजों ने लैंडिंग और टेक ऑफ कर अपने करतब दिखाए. वहीं रात में एक्सप्रेस-वे पर तारों की जगह पर लड़ाकू जहाजों की लाइट टिमटिमा रही थी. जिसको देखकर लोग रोमांचित हो रहे थे.

दरअसल, मेरठ से प्रयागराज की ओर जाने वाले गंगा एक्सप्रेस-वे पर शाहजहांपुर में जलालाबाद क्षेत्र के पीरु गांव में एक्सप्रेस वे पर 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी बनाई गई है. यहां वायु सेना के लड़ाकू जहाज दिन और रात के समय लैंडिंग और टेक ऑफ कर सकते हैं. इतना ही नहीं इस हवाई पट्टी पर बड़े विमानों को भी उतर जा सकता है.

भारतीय वायु सेना के रिटायर्ड ग्रुप कैप्टन प्रमोद कुमार गुप्ता ने इस हवाई पट्टी को बेहद ही उपयोगी बताया है. उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेवा के पास अपने एयरपोर्ट और एयरबेस हैं. जहां दिन और रात दोनों समय लेंडिंग कराई जा सकती है लेकिन किसी भी एक्सप्रेस-वे पर यह पहली ऐसी हवाई पट्टी बनाई गई है, यहां रात के समय भी लैंडिंग कराई जा सकती है जो कि भारतीय वायु सेना के लिए बड़ी उपलब्धि है. जलालाबाद में बनी हुई हवाई पट्टी से चीन बॉर्डर की दूरी करीब 250 किलोमीटर है. जबकि पाकिस्तान से मात्र 820 किमी है. युद्ध की स्थिति में हमारे लड़ाकू जहाज मात्र कुछ घंटों में पाकिस्तान में घुसकर हमला कर सकते हैं.

अब रात के अंधेरे में कर सकते हैं हमला

ग्रुप कैप्टन प्रमोद कुमार गुप्ता ने बताया कि युद्ध के दौरान कभी भी आपका दुश्मन आप पर हमला कर सकता है. ऐसे में नाइट लैंडिंग के लिए ज्यादा से ज्यादा रनवे होना भारतीय वायु सेना को मजबूती देगा. सेना के पास जो एयरपोर्ट और एयरबेस है, वहां पर नाइट लैंडिंग के लिए सभी आवश्यक संसाधन रहते हैं. लेकिन अब एक्सप्रेस-वे पर नाइट लैंडिंग के लिए जो हवाई पट्टी बनाई गई है, यह सेना को और मजबूती देगा. जब आपके पास नाइट लैंडिंग के लिए ज्यादा रनवे होंगे तो आप किसी भी टाइम अपनी हिसाब से सुविधा और स्थिति को देखते हुए दुश्मन पर हमला कर सकते हैं. ज्यादातर अंधेरे में ही दुश्मन को मार गिराने की योजना बनाई जाती है. संभावना रहती है कि उस वक्त दुश्मन का डिफेंस सिस्टम शायद सक्रिय न हो. जिसका सेना को फायदा मिल सकता है. दिन के मुकाबले रात में किए गए सैन्य ऑपरेशन ज्यादा बेहतर रहते हैं.

जानें कैसे होती है एक्सप्रेस-वे पर नाइट लैंडिंग?
किसी भी विमान को नाइट लैंडिंग कराने के लिए कई संसाधन जुटाना होते हैं. रनवे के दोनों ओर लाइटों की व्यवस्था होनी जरूरी है. साथ ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल की जरूरत होती है जो कि सेना के लड़ाकू जहाज को कमांड देगा. ऐसे में हमारे पास हवाई पट्टी बन कर तैयार हो गई है. एक्सप्रेस-वे पर बनी हुई हवाई पट्टी पर बाकी संसाधन भी जुटाए जा सकते हैं. आवश्यकता पड़ने पर बाकी के सारे संसाधन 4 से 6 घंटे में दुरुस्त किया जा सकते हैं. हमारी सेना दुश्मन को नाकों चने चबाने के लिए तैयार हो जाएगी.

पाक से मजबूत है हमारी सेना
ग्रुप कैप्टन प्रमोद कुमार गुप्ता ने बताया कि पाकिस्तान के मुकाबले हमारी सेना कहीं मजबूत है. पाकिस्तान के पास एडवांस लैंडिंग ग्राउंड और एयरवेस तो हैं लेकिन उनके पास किसी भी एक्सप्रेसवे पर ऐसी कोई हवाई पट्टी नहीं है जहां लड़ाकू जहाजों को लैंडिंग कराई जा सके या जिसका इस्तेमाल वायु सेना युद्ध के दौरान या किसी आपात स्थिति में कर सके. लेकिन भारत के पास एक्सप्रेस वे पर कई जगह पर हवाई पट्टी हैं और वही अब यह हवाई पट्टी भी बनकर तैयार हो गई है जो दिन और रात दोनों समय लैंडिंग के लिए मुफीद है.

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कैसे होती है एक्सप्रेस-वे और हाईवे पर लड़ाकू जहाजों की नाइट लैंडिंग?



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