चारे की ये 4 प्रजातियां हैं बेहतरीन, गर्मियों में भी पशुओं को रहेगा आराम

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जानवर पालने वाले किसानों को दूध, घी, मक्खन, दही और छाछ खाने-पीने का आनंद तो होता है लेकिन, इसके लिए उन्हें जानवरों की देखरेख में काफी मेहनत भी करनी पड़ती है.
गर्मी के मौसम में पशुओं को खिलाएं ये हरा चारा
रायबरेली: पशु पालन का व्यवसाय लोगों के लिए आय का जरिया भी है. पशु पालन कर कई किसान अपनी आय बढ़ा रहे हैं. पशुपालन का काम करने वाले किसान गाय, भैंस, बकरी का पालन करके अच्छी कमाई करते हैं लेकिन, गर्मी के मौसम में पशुपालन करने वाले पशुपालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. बढ़ते तापमान के कारण पशुओं की सेहत का ख्याल रखना और उनसे अच्छा दूध प्राप्त करना पशुपालकों के सामने सबसे बड़ी चुनौती होती है.
इस मौसम में हरे चारे की कमी पशु पालकों की काफी परेशानी बढ़ा देती है. अब उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि हम उन्हें गर्मी के मौसम में आसानी से मिलने वाले हरे चारे के बारे में बताने जा रहे हैं. इससे पशुपालकों को गर्मी के मौसम में भी आसानी से हर समय चारा मिल सकेगा. उन्हें किसी भी प्रकार के नुकसान का भी सामना नहीं करना पड़ेगा.
दरअसल रायबरेली के कृषि विशेषज्ञ शिव शंकर वर्मा (बीएससी एग्रीकल्चर डा राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय फैजाबाद) लोकल 18 से बात करते हुए बताते हैं कि गर्मी के मौसम में पशुपालक अपने खेतों में हरे चारे की चार उन्नत प्रजातियों की बुवाई कर दें. इससे गर्मी के मौसम में उन्हें हरे चारे की किल्लत नहीं होगी. वह बताते हैं कि यह हरा चारा पोषक तत्वों से भरपूर होता है जिससे पशुओं के दुग्ध उत्पादन और उनके स्वास्थ्य पर भी गर्मी का असर नहीं पड़ेगा.
गर्मी के मौसम में इस हरे चारे की करें बुवाई
शिव शंकर वर्मा के मुताबिक, गर्मी के मौसम में पशुपालक अपने खेतों में हरे चारे के रूप में मक्का, सूडान घास, सोरघम या ज्वार, लुसीन, बरसीम की बुवाई कर दें. हरे चारे की यह प्रजातियां गर्मी के मौसम में आसानी से उग आती हैं जो पशुओं के लिए बेहद फायदेमंद होती हैं. आगे की जानकारी देते हुए बताते हैं कि यह हरे घास की ऐसी प्रजातियां हैं जो बेहद कम समय में तैयार हो जाती हैं. इसके साथ ही पशुपालक इन्हें अपने पशुओं को खिला सकते हैं. इससे उनका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा और उनसे अच्छा दुग्ध उत्पादन भी मिलेगा.