छांगुर बाबा तो गया… UP पुलिस के बाद ED की एंट्री, IT अधिकारियों से मांगी ऐसी-ऐसी डिटेल, सीधा मिल जाएगी कस्टडी!

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Chhangur Baba Coversion Racket: शातिर दिमाग छांगुर बाबा ने अपने ही करीबी नवीन रोहरा का परिवार संग धर्मांतरण करवाया था. धर्मांतरण के बाद छांगुर बाबा ने उसे अपना नाम जमालुद्दीन दे दिया था. एटीएस की जांच में खुलास…और पढ़ें
छांगुर बाबा केस में ईडी की एंट्री.
हाइलाइट्स
- यूपी एटीएस की रिमांड में छांगुर बाबा.
- 1500 लड़कियों का कराया धर्मांतरण.
- ईडी ने आईटी और बैंक अधिकारियों से मांगी डिटेल्स.
यह है मामला
गौरतलब है, बलरामपुर जिले में अवैध धर्मांतरण के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ. यूपी एटीएस ने मुख्य सरगना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को गिरफ्तार किया. इस रैकेट ने कथित तौर पर 3000 से 4000 हिंदुओं को निशाना बनाया, जिनमें से 1500 से अधिक हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण कराया गया. छांगुर बाबा, जो खुद को हाजी पीर जलालुद्दीन के रूप में प्रचारित करता था, ने मुंबई और दुबई तक फैले अपने नेटवर्क के जरिए इस अवैध गतिविधि को अंजाम दिया. जांच एजेंसियों के अनुसार, छांगुर बाबा ने 40 से 50 बार इस्लामिक देशों की यात्रा की और विदेशी फंडिंग के जरिए अपने रैकेट को संचालित किया. इस नेटवर्क को 100 करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी फंडिंग प्राप्त हुई, जिसका इस्तेमाल धर्मांतरण के लिए किया गया. गैंग ने 40 से अधिक बैंक खातों के जरिए इस राशि का लेन-देन किया. यूपी एटीएस ने दावा किया कि 100 करोड़ रुपये के लेनदेन की मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच हो सकती है.
ईडी की एंट्री
इस बीच, 10 जुलाई यानी आज इनकम टैक्स के अधिकारियों के साथ प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने बैठक की. इस दौरान ईडी ने छांगुर बाबा के बीते 6 महीने के इनकम टैक्स रिटर्न की डिटेल्स मांगी. साथ ही बैंक अधिकारियों से भी बाबा के 40 संस्थाओं के बैंक अकाउंट की डिटेल्स मांगी है. इतना ही नहीं, सूत्रों का कहना है कि जैसे ही छांगुर बाबा के प्रॉपर्टी की डिटेल्स ईडी के हाथ लग जाएगी, वैसे ही सभी प्रॉपर्टी को अटैच कर दिया जाएगा. सूत्रों का यह भी कहना है कि ईडी जल्द कोर्ट में अर्जी दाखिल करेगी और छांगुर बाबा व उसके सहयोगी की कस्टडी लेने की कोशिश करेगी.
सात दिन के लिए एटीएस की कस्टडी रिमांड
छांगुर बाबा और उसकी सहयोगी नीतू रोहरा उर्फ़ नसरीन 10 जुलाई से 16 जुलाई तक एटीएस की कस्टडी रिमांड में रहेंगे. एनआईए स्पेशल कोर्ट से दोनों आरोपियों की कस्टडी रिमांड एटीएस को मिली. कस्टडी रिमांड के दौरान अवैध धर्मांतरण सिंडिकेट से जुड़े लोगों और बैंक ट्रांजेक्शन पर पूछताछ होगी. एटीएस इस दौरान दोनों आरोपियों को बलरामपुर, पुणे और नागपुर ले जा सकती है. जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और नीतू उर्फ नसरीन के मोबाइल फोन के डेटा एक्सट्रक्शन से मिली जानकारी पर पूछताछ होगी. पूछताछ के आधार पर बरामदगी के प्रयास किए जाएंगे. जिन लोगों को प्रलोभन या किसी अन्य माध्यम से धर्मांतरित किया गया है या प्रयास किया गया है उनके संबंध में सबूत जुटाए जाएंगे.