जानिए कैसे जेवर एयरपोर्ट के लिए बनाई जा रही पाइपलाइन बनाएंगी उड़ान को आसान!

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Noida Latest News: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जल्द उड़ानें शुरू होंगी. एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनने जा रहा है. फरीदाबाद से ATF की पाइपलाइन का 95% काम पूरा. 30 जून तक पाइपलाइन का काम पूरा होगा.
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में चल रहा है पाइपलाइन बिछाने का काम
हाइलाइट्स
- नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जल्द उड़ानें शुरू होंगी.
- फरीदाबाद से ATF पाइपलाइन का 95% काम पूरा.
- एयरपोर्ट एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा.
धीरेंद्र कुमार शुक्ला/ ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जल्द ही उड़ान शुरू होने वाली है. इस एयरपोर्ट से उड़ान शुरू होने का सभी को बेसब्री से इंतजार है. एयरपोर्ट पर हवाई जहाज के टेकऑफ़ और लैंडिंग के ट्रायल भी सफलतापूर्वक पूरे हो चुके हैं. एक बार एयरपोर्ट का निर्माण पूरा हो जाने पर यह न केवल देश का बल्कि एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा.
एयरपोर्ट के लिए सबसे जरूरी है हवाई जहाजों के लिए ईंधन की सुविधा. हवाई जहाजों को एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) की जरूरत होती है. एयरपोर्ट तक ATF पहुंचाने के लिए एक पाइपलाइन लगभग तैयार हो चुकी है. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए ATF हरियाणा के फरीदाबाद से सप्लाई किया जाएगा. इसके लिए फरीदाबाद से एयरपोर्ट तक एक अंडरग्राउंड पाइपलाइन बिछाई जा रही है, जिसका 95% काम पूरा हो चुका है.
एयरपोर्ट के अंदर भी काम जारी है
भारत पेट्रोलियम ने फरीदाबाद के पयाला डिपो से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक 34 किलोमीटर लंबी डायरेक्ट पाइपलाइन बिछाने का काम किया है. हरियाणा के जेवर यमुना एक्सप्रेसवे तक पाइपलाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है. एयरपोर्ट के बाहर जेवर कैनाल के नीचे से एयरपोर्ट के अंदर बने ऑयल डिपो तक 1.2 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाने का काम भी लगभग पूरा हो चुका है.
पाइपलाइन बिछाने का काम कब पूरा होगा?
हाल ही में मुख्य सचिव ने एयरपोर्ट के कामकाज का निरीक्षण किया और 30 जून तक पाइपलाइन का काम पूरा करने के निर्देश दिए। जल्द ही पाइपलाइन कनेक्ट करके एयरपोर्ट तक ATF की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी.
20 फरवरी 2024 को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और भारत पेट्रोलियम के बीच ATF सप्लाई के लिए एक समझौता हुआ था. पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए इस बात पर सहमति बनी कि टैंकरों के जरिए ATF पहुंचाने से होने वाले कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए डायरेक्ट पाइपलाइन बिछाई जाएगी.
यह नदी के नीचे से गुजरी पाइपलाइन
भारत पेट्रोलियम ने यमुना एक्सप्रेसवे तक अंडरग्राउंड पाइपलाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया है. यह पाइपलाइन यमुना नदी के नीचे से गुजरती है, ताकि कहीं भी दिखे नहीं. कंपनी जल्द ही जेवर कैनाल के नीचे से एयरपोर्ट के अंदर तक पाइपलाइन पहुंचाने का काम पूरा कर लेगी. एयरपोर्ट के अंदर 1.2 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाने का काम भी लगभग पूरा हो चुका है.
ATF स्टोरेज और सप्लाई की सुविधा
यह पाइपलाइन ATF को एयरपोर्ट की बाउंड्री से स्टोरेज टैंक तक पहुंचाएगी. हरियाणा के पयाला डिपो से आने वाला ATF नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अंदर बने पांच तेल स्टोरेज टैंकों में सुरक्षित रूप से संग्रहित होगा. शुरुआत में इन टैंकों की स्टोरेज क्षमता 50,000 किलोलीटर होगी. इसे इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि अगर हरियाणा से 5 दिन तक सप्लाई न हो पाए, तब भी एयरपोर्ट पर विमान को फ्यूल सप्लाई होती रहेगी.