जिसने देखा मंजर, वो रोया: ITI व ब्यूटी पार्लर का किया था कोर्स, फिर क्यों तीन जुड़वा बच्चों की जान लेकर मां ने की सुसाइड? – Mother killed three children and committed suicide in pratapgarh

प्रतापगढ़ में एक हृदय विदारक घटना में तीन जुड़वा बच्चों की हत्या के बाद उनकी मां दुर्गेश्वरी ने आत्महत्या कर ली। इस घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। दोपहर बाद पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे मायके के लोग दहाड़ मारकर रोने लगे। दुर्गेश्वरी के पति संदीप पर नशे की हालत में पत्नी और बच्चों को मारने-पीटने का आरोप है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
संवाद सूत्र, गड़वारा (प्रतापगढ़)। प्रतापगढ़ में शनिवार को तीन जुड़वा बच्चों की हत्या के बाद मां ने सुसाइड कर लिया। इस ह्रदय विदारक घटना के बाद हर तरफ रोना-पीटना मचा हुआ है। मवैयाकांला टेकई का पुरवा अंतू की निवासी जगदंबा कोरी की बेटी दुर्गेश्वरी ने आत्महत्या की।
इस घटना से ससुराल से लेकर मायके में भी मातम पसर गया। घटना की सूचना जैसे ही पड़ोसी व उसके बाद पुलिस से मिली, परिजनों की चीखें निकल गईं। जगदंबा और गांव के कई लोग सीधे पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे, क्योंकि तब तक शवों को लेकर पुलिस वहां पहुंच गई थी।
शव देखकर परिजनों में रोना-पीटना मचा
शव देखकर लोग दहाड़ मारकर रोने लगे। प्रधान रेखा देवी की ओर से उनके पुत्र कृष्ण कुमार उर्फ सीनू समेत ग्रामीणों ने परिजनों को संभाला। मामला बड़ा होने के कारण एसपी ने वीडियोग्राफी व पैनल से पोस्टमार्टम करवाया। रात करीब आठ बजे चारों के शव मवैयाकलां लाए गए। वहीं पर अंतिम संस्कार करने की तैयारी शुरू हो गई।
सबसे बड़ी व शिक्षित थी दुर्गेश्वरी
आत्मघाती कदम उठाने वाली दुर्गेश्वरी उर्फ कोमल पढ़ी-लिखी थी। उसने ससुराल में आने के बाद भी अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी व आइटीआइ व ब्यूटी पार्लर का कोर्स भी किया। उसके ससुर राम बरन का कहना है कि बेटे की दशा देखकर वह बहू को हुनरमंद बनाए थे कि वह आत्मनिर्भर बन सके, लेकिन एक झटके में सब बिखर गया। बता दें कि कोमल का पति संदीप नशेड़ी किस्म का व्यक्ति है।
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पति को ही दोषी ठहरा रहे हैं लोग
कोमल के पड़ोसियों की बात करें तो पड़ोसी खुले मन से उसके व्यवहार व संस्कारों की तारीफ कर रहे थे। दुर्गेश्वरी तीन बहन और दो भाइयों में सबसे बड़ी थी। उसकी दूसरी बहन राजेश्वरी व तीसरी लवली है। दो भाई चंद्रशेखर और भास्कर हैं। परिवार की माली हालत बहुत अच्छी नहीं है। खेती किसानी और थोड़ा बहुत कामकाज करके उनके पिता जगदंबा परिवार का पालन-पोषण करते हैं। लोग इस घटना में कोमल की सास व ससुर को बेकसूरर कहते हुए पति को ही दोषी ठहरा रहे हैं।
छावनी बना रहा गोविंदपुर
शनिवार को इतनी बड़ी घटनी, इसके बाद पुलिस यहां चारों ओर से पहुंची। गांव छावनी में बदल गया। एएसपी पूर्वी दुर्गेश कुमार सिंह, कोतवाल अभिषेक सिरोही, रानीगंज कोतवाल आदित्य सिंह चार चौकी प्रभारी, पांच दारोगा व दर्जनों सिपाही मौके पर डटे रहे। वह भीड़ को हटाते रहे।
मौके पर स्वाट टीम प्रभारी सुनील यादव भी टीम के साथ पहुंचे। आसपास खेत-नहर, बाग में कोमल के पति के छिपे होने की आशंका में छानबीन की, लेकिन वह नहीं मिला। उसके मोबाइल को सर्विलांस पर लगा दिया गया है।
सास ने की जान देने की कोशिश
घटना से आहत दुर्गेश्वरी की सास सुनीता देवी ने कई बार जान देने की भी कोशिश की। भीड़ के सामने ही उसने पहले अपना गला दबाना चाहा। लोगों ने उसको छुड़ाया। इसके बाद उसने साड़ी से अपने गले को कसना चाहा। कहा कि अब हम काहे जी…। इस पर उसे पुलिस ने हिरासत में लेकर कोतवाली देहात भेज दिया।
ये है पूरा मामला
कोतवाली देहात के भदोही गांव का यह मामला है। यहां का रहने वाला संदीप कुमार गौतम मजदूरी करता है। उसकी पत्नी 23 साल की दुर्गेश्वरी उर्फ कोमल को उसके पति ने शराब के नशे में शुक्रवार की शाम मारा पीटा था। इसके बाद सब लोग खा पीकर सो गए। शनिवार को सुबह 8:30 बजे तक कमरा न खुलने पर गांव के लोग भी जुटे और 9:00 बजे दरवाजे को तोड़ा गया।
साड़ी के एक फंदे से लटकी हुई कोमल और उसका बेटा रौनक मिला। दूसरे फंदे में दोनों बेटियां उजाला और लक्ष्मी लटकी हुई पाई गई।