थोड़ी धूप, ज्यादा उपज! जानें गमलों में टमाटर उगाने की धांसू ट्रिक, कम जगह में पूरा होगा शौक
Last Updated:
Tomato farming tips : अब जैविक और ताजे टमाटर घर में भी उगाए जा सकते हैं. इसके लिए बड़े खेत या बगीचे की जरूरत नहीं, बल्कि आपकी बालकनी का थोड़ा-सा कोना ही काफी है. सही देखभाल और आसान उपाय अपना करके कोई भी घर पर स्वादिष्ट टमाटर उगा सकता है. इससे न केवल सेहत को फायदा होगा, बल्कि घर की हरियाली भी बढ़ेगी.
टमाटर की जड़ें गहरी होती हैं. इसलिए उपयुक्त गमले का चुनाव बहुत जरूरी है. 12 से 14 इंच गहरे गमले या ग्रो बैग सबसे अच्छे माने जाते हैं. गमला जितना बड़ा होगा, पौधे का विकास उतना बेहतर होगा. यदि बालकनी में जगह कम है, तब भी एक या दो बड़े गमले आसानी से लगाए जा सकते हैं.

सही पौधों के लिए मिट्टी का मिश्रण पोषक और हल्का होना चाहिए. गमले में साधारण मिट्टी, गोबर की खाद और बालू को बराबर मात्रा में मिलाएं. इसमें नारियल का बुरादा और वर्मी-कम्पोस्ट भी मिला सकते हैं. यह मिश्रण पौधे को पर्याप्त पोषण देगा और गमले में पानी की निकासी भी सही रखेगा, जिससे पौधा सड़ने से भी बच सकता है.

टमाटर के बीजों को बोने से पहले 12 घंटे किसी गीले कपड़े में भिगोकर रख दें. इससे बीज जल्दी अंकुरित होते हैं. गमले में बीजों को हल्की गहराई पर डालकर थोड़ी मिट्टी से ढंक दें. 5 से 7 दिनों में छोटे-छोटे पौधे निकलने लगेंगे. जब वे 4 से 5 इंच ऊंचे हो जाएं, तब उन्हें बड़े गमले में ट्रांसप्लांट करना जरूरी है.
Add News18 as
Preferred Source on Google

बलिया के फेमस कृषि वैज्ञानिक प्रो. अशोक कुमार सिंह के मुताबिक, टमाटर का धूप से गहरा रिश्ता होता हैं. गमले को ऐसी जगह रखें, जहां प्रतिदिन 5 से 6 घंटे धूप मिल सके. पानी देते समय ध्यान रखें कि मिट्टी नम रहे लेकिन बहुत गीली न हो. अधिक पानी से जड़े खराब हो सकती हैं. सप्ताह में 2 से 3 बार पानी देना पर्याप्त होता है, मौसम के अनुसार मात्रा में बदलाव किया जा सकता है.

टमाटर का पौधा बढ़ने पर झुकने लगता है. इसलिए सहारे की जरूरत पड़ती है. आप लकड़ी की पतली डंडियां, बांस या तार का हल्का जाल लगाकर पौधे को सीधा खड़ा करें. इससे फल सुरक्षित और हवा का आवागमन बेहतर होता है, जिससे पौधें रोगों से दूर रहते हैं.

फूल आने के बाद पौधों को पोटैशियम और फॉस्फोरस युक्त जैविक खाद दें. इससे फूल जल्दी फल में बदलते हैं. यदि कीट लगें तो नीम का तेल या लहसुन स्प्रे बेहद कारगर है. यह प्राकृतिक कीटनाशक पौधे को नुकसान पहुंचाएं बिना कीटों से बचाता है और फल की गुणवत्ता भी बेहतरीन बनाता है.

करीब दो महीने के बाद पौधों पर लाल-लाल टमाटर आने लगते हैं. इनका स्वाद बाजार के टमाटरों से ज्यादा मीठा, ताजा और सुरक्षित होता है. इस तरह बालकनी में थोड़ी जगह और थोड़ा समय देकर आप सालभर अपने घर में ही ताजे टमाटरों का आनंद ले सकते हैं.