पर्यटन के मामले में सुपरहिट साबित हो रहा पीलीभीत टाइगर रिजर्व का जोन 01, सालों से था उपेक्षा का शिकार

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पर्यटन के मामले में सुपरहिट साबित हो रहा पीलीभीत टाइगर रिजर्व का जोन 01, सालों से था उपेक्षा का शिकार


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Pilibhit Tiger Reserve : पीलीभीत टाइगर रिजर्व का जोन 01 पर्यटन में सुपरहिट साबित हो रहा है. पहले उपेक्षित महोफ गेट अब पर्यटकों की पहली पसंद बन गया है. डिप्टी डायरेक्टर की रणनीति और ग्रासलैंड मैनेजमेंट ने इसे लो…और पढ़ें

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पीलीभीत टाइगर रिजर्व के जोन 01 में विचरण करता बाघ.

हाइलाइट्स

  • पीलीभीत टाइगर रिजर्व का जोन 01 लोकप्रिय हुआ.
  • सैलानी अब सफारी के लिए जोन 01 को चुन रहे हैं.
  • वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर भी जोन 01 के मुरीद हुए.

पीलीभीत. बीते कुछ समय में यूपी के पीलीभीत टाइगर रिजर्व ने पर्यटन के मामले में बेहद ख्याति अर्जित की है. वैसे तो पर्यटन के लिहाज से चूका, कच्ची व पक्की पटरी को ही मुफीद माना जाता था, लेकिन इस पर्यटन सत्र पीलीभीत टाइगर रिजर्व का जोन- 01 सबको पछाड़ रहा है. आलम यह है कि अधिकांश सैलानी अब सफारी के लिए जोन 01 को ही चुन रहे हैं.

दरअसल, एनटीसीए की गाइडलाइन के अनुसार किसी भी वन्यजीव अभयारण्य या फिर टाइगर रिजर्व के कुल क्षेत्रफल के 20% को ही पर्यटन के लिए खोला जाता है. वहीं पर्यटन को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय स्तर पर पर्यटन क्षेत्र को जोन आदि में बांट लिया जाता है. अगर पीलीभीत टाइगर रिजर्व की बात करें तो यहां पर्यटन क्षेत्र को 2 भागों में बांटा गया है. जिसके तहत जोन 01 और 02 में सफारी कराई जाती है. दोनों जोन के लिए दो बुकिंग काउंटर (एंट्री गेट) भी बनाए गए हैं, जिसमे से गेट नं. 01 महोफ में तो वहीं गेट नं. 01 मुस्तफाबाद में स्थित है.

इस कारण पिछड़ा हुआ था गेट नंबर 1
वैसे तो गेट नं. 01 ही शहर से सबसे नजदीक है, अगर शहर से दूरी की बात करें तो महोफ गेट (01) शहर से लगभग 15 किमी., वहीं मुस्तफाबाद गेट (02) की दूरी लगभग 36 किलोमीटर है. लेकिन टाइगर रिजर्व की स्थापना के बाद से ही मुस्तफाबाद गेट को अधिक प्राथमिकता दी गई, इसके पीछे की वजह है अधिकांश पूर्व वनाधिकारियों का मुस्तफाबाद गेट के नजदीक निवेश. जो सुविधाएं शहर से नजदीक मौजूद गेट पर करनी चाहिए थी उन्हें मुस्तफाबाद गेट के आसपास विकसित किया गया. बीते वर्षों में यह भी देखा गया कि अधिकांश सफारी वाहनों को मुस्तफाबाद काउंटर पर रखा गया. नतीजतन अधिकाशं सैलानी मुस्तफाबाद ही पहुंचने लगे और महोफ का इलाका पिछड़ता गया.

डिप्टी डायरेक्टर की रणनीति आई काम
चूंकि मुस्तफाबाद गेट को ही पीलीभीत टाइगर रिजर्व का प्रमुख एंट्री प्वाइंट बना दिया गया ऐसे में वहां पर्यटन का अधिक दबाव पड़ने लगा. इधर पर्यटन सत्र 2024-25 की शुरुआत से ही पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर ने पर्यटन को नियंत्रित करने की कवायद शुरू कर दी. सफारी वाहनों के साथ ही साथ गाइडों को भी रोस्टर के अनुसार दोनों जोन में भेजा जाने लगा. साथ ही PTR के ज़ोन 01 में ग्रासलैंड मैनेजमेंट समेत तमाम कार्य किए गए.

वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर भी हुए मुरीद
जैसे-जैसे पर्यटकों ने यहां सफारी करना शुरू किया, यह क्षेत्र भी लोकप्रिय हुआ. आज आलम यह है कि जोन नम्बर 01 के हैबिटेट, यहां विचरण करते वन्यजीवों के दीदार के लिए आम पर्यटकों के साथ ही साथ मशहूर वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर भी यहां का रुख कर रहे हैं. अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि पीलीभीत टाइगर रिजर्व में पर्यटन के साथ ही साथ संरक्षण के लिहाज से आवश्यक कदम समय समय पर उठाए जाते हैं. सैलानियों से भी अपील है कि वे ज़िम्मेदार पर्यटन का हिस्सा बनें.

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पर्यटन के मामले में सुपरहिट साबित हो रहा पीलीभीत टाइगर रिजर्व का जोन 01



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