पहले इसराइल-हमास युद्ध, अब अमेरिका की आर्थिक मंदी और GST की मार से फीका पड़ा मुरादाबाद का पीतल कारोबार

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पहले इसराइल-हमास युद्ध, अब अमेरिका की आर्थिक मंदी और GST की मार से फीका पड़ा मुरादाबाद का पीतल कारोबार


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moradabad brass market news today: पीतल या ब्रास के प्रोडक्ट्स के लिए मुरादाबाद फेमस है. मुरादाबाद से सिर्फ देश ही नहीं कई अन्य विदेशी देशों में भी माल सप्लाई होता है.

कारोबार में आई मंदी।

रिपोर्ट: पीयूष शर्मा

मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले से हर साल औसतन आठ से नौ हजार करोड़ का पीतल का निर्यात होता है. भारत के पीतल का सबसे बड़ा आयातक अमेरिका है. पिछले एक साल से निर्यात में उतार-चढ़ाव चल रहा है. कभी रूस-यूक्रेन युद्ध पीतल कारोबार के आड़े आया तो कभी इजराइल हमास युद्ध इसकी तरक्की में बाधा बना. अमेरिका की आर्थिक मंदी ने भी निर्यात को प्रभावित किया. इससे कारोबार में काफी गिरावट आई है. कई देशों में चल रहे युद्ध के चलते कई करोड़ रुपये का निर्यात घटा है. बाहरी कारोबारियों के जीएसटी गड़बड़ की मार भी मुरादाबाद के निर्यातकों को झेलनी पड़ रही है.

विभिन्न देशों में जाता है माल
मुरादाबाद पूरी दुनिया में पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है. मुरादाबाद से उत्पादों का निर्यात खासतौर से अमेरिका, इंग्लैंड, ताइवान, कोरिया, संयुक्त अरब, अमीरात, फ्रांस, आस्ट्रेलिया, रूस, यूक्रेन, इजरायल और हमास समेत कई देशों में किया जाता है. डिमांड के अनुसार निर्यातक विदेशों तक पीतल के प्रोडक्ट भेजते हैं. अब मुरादाबाद के निर्यातकों को व्यापार में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उनके लिए चीन भी एक बड़ी चुनौती है. जो उत्पाद पीतल नगरी से निर्यात किए जा रहे हैं उन्हीं उत्पादों को चीन कम दाम में सप्लाई कर रहा है. चीन की चुनौती से निपटने के लिए निर्यातक अच्छी गुणक्ता के उत्पाद तैयार कर रहे हैं लेकिन पहले रूस और यूक्रेन के बीच हुए युद्ध के बाद दोनों देशों से निर्यातकों को आर्डर मिलने बंद हो गए.

150 करोड़ के मिलते हैं ऑर्डर
यहां से निर्यातकों को प्रत्येक वर्ष करीब 150 करोड़ रुपये के आर्डर मिलते थे. इन दोनों देशों से हुए नुकसान से निर्यातक उबर नहीं पा रहे थे कि बाद में इजराइल और हमास के बीच युद्ध शुरू हो गया. इससे निर्यातकों यानी एक्सपोर्टरों को और झटका लग गया. इधर से मार खाए निर्यातक अमेरिका से उम्मीद लगाए बैठे थे. वर्ष 2025 में अभी तक निर्यातकों को अमेरिका से भी आर्डर नहीं मिले हैं. इसके पीछे अमेरिका के जंगलों में लगी आग को कारण माना जा रहा है. सबसे अधिक परेशानी निर्यातकों को जीएसटी से मिल रही है. दूसरे की गड़बड़ी के चलते जीएसटी अधिकारी निर्यातकों को परेशान कर रहे हैं. ऐसे में उनके लिए जीएसटी अधिकारी सबसे बड़ी बाधा हैं.

अमेरिका के कैलिफोर्निया में लगी आग से रुक गए आर्डर
अमेरिका के कैलिफोर्निया के जंगलों में लगी आग ने भी मुरादाबाद के निर्यातकों को भारी नुकसान दिया है. वर्ष 2025 में मिलने वाले आर्डर अभी तक नहीं मिले हैं. निर्यातकों का कहना है कि अगर वहां पर आग नहीं लगती तो उनके साथ बातचीत कर अब तक आर्डर मिल जाते, लेकिन अभी तक उनसे वार्ता भी नहीं हो पा रही है. उद्योग विभाग के जॉइंट कमिश्नर योगेश कुमार ने बताया कि अगर किसी निर्यातक को नियम से हटकर कोई जीएसटी अधिकारी परेशान कर रहा है तो निर्यातक मुझसे बता सकते हैं. आज तक मुझसे किसी ने ऐसी कोई शिकायत नहीं की है.

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इसराइल-हमास के बाद अमेरिकी आर्थिक मंदी से फीका पड़ा मुरादाबाद का पीतल कारोबार



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