‘फिल्म नहीं, फीलिंग है ‘सितारे जमीन पर’, दर्शकों में दिखा आमिर खान की दीवानगी

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आमिर खान की फिल्म ‘तारे जमीन पर’ ने मेरठ में दर्शकों का दिल जीत लिया. फिल्म में कोच की भूमिका निभाते हुए उन्होंने विशेष बच्चों को प्रशिक्षित कर समाज को गहरा संदेश दिया.
हाइलाइट्स
- आमिर खान की ‘सितारे जमीन पर’ ने दर्शकों का दिल जीता.
- फिल्म में आमिर ने बास्केटबॉल कोच का किरदार निभाया.
- फिल्म का संदेश, हर व्यक्ति में छुपा है कोई हुनर.
मेरठ- युवाओं में फिल्मों के प्रति दीवानगी कोई नई बात नहीं है, लेकिन जब बात आमिर खान की फिल्मों की हो, तो दर्शकों की अपेक्षाएं और भी बढ़ जाती हैं. आमिर खान अपनी हर फिल्म में कुछ ऐसा पेश करते हैं, जो न सिर्फ मनोरंजन करता है, बल्कि समाज को एक गहरा संदेश भी देता है. इसी कड़ी में उनकी हालिया फिल्म सितारे जमीन पर ने दर्शकों के दिलों को छू लिया है. मेरठ के एक सिनेमा हॉल में जब लोकल 18 की टीम ने दर्शकों से बातचीत की, तो हर किसी ने फिल्म की प्रशंसा की.
कोच के रोल में छा गए आमिर
दर्शक राजेश के अनुसार, जिस तरह से ‘दंगल’ में आमिर खान ने कोच की भूमिका निभाकर बेटियों को कुश्ती में प्रशिक्षित किया था, उसी तरह सितारे जमीन पर में भी उन्होंने बास्केटबॉल कोच गुलशन का किरदार पूरी गंभीरता के साथ निभाया है. उन्होंने बताया कि फिल्म में एक सीन है जहां आमिर खान का किरदार अपने सीनियर को थप्पड़ मार देता है, जिसके बाद कोर्ट उन्हें विशेष बच्चों को प्रशिक्षित करने की सजा देता है. यही मोड़ फिल्म को एक नई दिशा देता है और आमिर का किरदार न केवल उन बच्चों को प्रशिक्षित करता है, बल्कि खुद भी बहुत कुछ सीखता है.
हर इंसान में छुपा है कोई हुनर
दर्शक आनंद और रवि ने कहा कि फिल्म में जो मूल संदेश छिपा है, वो यही है कि हर व्यक्ति में भगवान ने कोई न कोई हुनर दिया है. बस हमें उसे पहचानने और सम्मान देने की जरूरत है. वहीं रवि ने बताया कि ऐसे भावनात्मक और शिक्षा का संदेश सिर्फ आमिर खान ही इतनी गहराई से दे सकते हैं. उनकी एक्टिंग सिर्फ किरदार नहीं, एक अनुभव बन जाता है.