बच्चा है या कंप्यूटर! दो मिनट में सुना दिए 195 देशों के नाम, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुई उपलब्धि

Last Updated:
Moradabad: मुरादाबाद के 5 साल के बच्चे ने कमाल कर दिया है. उसने 2 मिनट 14 सेकेंड में 195 देशों के नाम लेकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह बनायी है.
इस बच्चे का इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम।
मुरादाबाद/पीयूष शर्मा: मुरादाबाद के जिगर कॉलोनी निवासी पांच वर्षीय ज़ैन शिराज ने अपनी असाधारण प्रतिभा से सभी को चौंका दिया है. ज़ैन, जो डॉक्टर सिराज अहमद और डॉक्टर जूही के बेटे हैं, उन्होंने मात्र 5 साल की उम्र में दुनिया के 195 देशों के नाम याद कर लिए हैं. यह उपलब्धि और भी खास इसलिए हो जाती है क्योंकि ज़ैन ने 2 मिनट 14 सेकेंड में सभी देशों के नाम जुबानी दोहरा दिए. उनकी इस असाधारण क्षमता को देखते हुए उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है.
जूनियर क्लास में है ज़ैन शिराज
ज़ैन शिराज वर्तमान में सिविल लाइन स्थित यूरो किड्स स्कूल में यूरो जूनियर क्लास में पढ़ते हैं. उन्हें मोबाइल का इस्तेमाल करके पढ़ाई करने और नई जानकारियां हासिल करने का शौक है. उनके माता-पिता का कहना है कि ज़ैन शिराज बचपन से ही बहुत जिज्ञासु और सीखने के प्रति समर्पित रहा है. डॉ. सिराज अहमद और डॉ. जूही ने बताया कि ज़ैन शिराज ने चार साल की उम्र में ही 195 देशों के नाम पूरी तरह से याद कर लिए थे.
उनकी मेहनत और रुचि के कारण उन्होंने 23 दिसंबर 2024 को फरीदाबाद में यह उपलब्धि दर्ज करवाई. उनकी प्रतिभा को पहचानते हुए उन्हें कई जगहों से सराहना भी मिली है.
शहर के साथ देश का बढ़ाया गौरव
ज़ैन शिराज की इस सफलता ने मुरादाबाद के साथ-साथ पूरे देश का गौरव बढ़ाया है. उनके शिक्षक बताते हैं कि ज़ैन का पढ़ाई के प्रति लगाव और नई चीजें सीखने की ललक उसे दूसरे बच्चों से अलग बनाती है. इतनी कम उम्र में इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल करना अपने आप में एक मिसाल है. ज़ैन शिराज के माता-पिता का कहना है कि वह बचपन से ही हर चीज को जल्दी समझने और याद रखने में माहिर था.
ज़ैन को दुनिया के अलग-अलग देशों के नाम, उनकी राजधानी और अन्य जानकारी जानने में बहुत दिलचस्पी है. मोबाइल और अन्य माध्यमों से जानकारी हासिल करके उसने यह अद्भुत उपलब्धि पायी है.
परिवार में है खुशी का माहौल
ज़ैन शिराज की इस उपलब्धि ने उनके परिवार, स्कूल और पूरे शहर को गर्व महसूस कराया है.उनकी कहानी न केवल अन्य बच्चों के लिए प्रेरणा है बल्कि यह दिखाती है कि छोटी उम्र में भी बड़े सपने देखे और पूरे किए जा सकते हैं. ज़ैन शिराज का यह रिकॉर्ड न केवल उनकी कड़ी मेहनत और लगन का प्रमाण है बल्कि यह भी दर्शाता है कि सही मार्गदर्शन और समर्थन से बच्चे असंभव को भी संभव बना सकते हैं.
Moradabad,Uttar Pradesh
January 16, 2025, 09:53 IST