बलिया की धड़कन हैं बाबा बालेश्वर नाथ! राजा बलि ने थी पूजा, जानिए मान्यताएं

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Ballia News: बलिया के बाबा बालेश्वर नाथ मंदिर में सावन के महीने में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है. दानवीर राजा बलि द्वारा स्थापित यह शिव मंदिर आस्था और चमत्कार का केंद्र है. भक्त रात 2 बजे से लाइन में लगते है…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- बाबा बालेश्वर नाथ मंदिर में सावन के महीने में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है.
- दानवीर राजा बलि द्वारा स्थापित यह शिव मंदिर आस्था और चमत्कार का केंद्र है.
- भक्त रात 2 बजे से लाइन में लगते हैं.
बलिया का ये मंदिर यूं ही खास नहीं है. इसकी पौराणिक मान्यता बहुत गहरी है. कहा जाता है कि इस मंदिर की स्थापना खुद दानवीर राजा बलि ने की थी. यही वजह है कि इसे बाबा बालेश्वर नाथ के नाम से जाना जाता है. बलिया का यह मंदिर यहां की तीसरी बसावट की निशानी है, यानी बलिया भले ही दो बार गंगा में समा गया हो, लेकिन बाबा का यह मंदिर आज भी वैसा ही खड़ा है जैसे सदियों पहले था.
मंदिर के पुजारी गिरजाशंकर गिरी बताते हैं कि सावन में बाबा बालेश्वर नाथ की महिमा और भी बढ़ जाती है. लोग दूर-दराज से यहां आते हैं. बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और यहां तक कि नेपाल से भी भक्त यहां जल चढ़ाने आते हैं. हर सोमवारी को तो हालात यह हो जाते हैं कि रात 2 बजे से ही मंदिर में लाइन लग जाती है. भक्तों का कहना है कि बाबा के दर्शन मात्र से सारी मुरादें पूरी हो जाती हैं.
यह सिर्फ मंदिर नहीं, आस्था और चमत्कार का है केंद्र
बलिया के प्रख्यात इतिहासकार डॉ. शिवकुमार सिंह कौशिकेय बताते हैं कि राजा बलि के समय का यह मंदिर एक ऐतिहासिक विरासत है. उन्होंने बताया कि 1875 में यह शिवलिंग एक किलोमीटर दूर खुदाई में मिला था, जिसे 1902 में बालेश्वर घाट पर स्थापित किया गया और 1917 में पत्थर का भव्य मंदिर बनाया गया.
जगदीशपुर की रहने वाली नीतू सिंह ने बताया कि शादी से पहले से बाबा की पूजा करती हैं और बाबा की कृपा से उनकी जान बची है. वहीं बलिया जिला अस्पताल के मशहूर फिजिशियन डॉ. रितेश सोनी कहते हैं कि बचपन में उनके पापा उन्हें उंगली पकड़कर मंदिर लाते थे. उनका मानना है कि डॉक्टर इलाज करता है लेकिन ठीक करने वाला बाबा ही होता है. वो अपनी सफलता का श्रेय पूरी तरह बाबा बालेश्वर नाथ को देते हैं.
बाबा के दर्शन से हर दिन की होती है शुरुआत
दीपक कुमार सिंह और मंदिर प्रबंधक अजय चौधरी डब्लू का कहना है कि बलिया में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो दिन की शुरुआत बाबा के दर्शन से ना करता हो. हर व्यक्ति की यही भावना है कि बिना बाबा के आशीर्वाद के कोई काम नहीं होता.
श्रद्धालुओं के लिए खास इंतज़ाम
सावन में भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन की तरफ से साफ-सफाई, लाईन व्यवस्था, और जल सेवा की विशेष व्यवस्था की गई है. वहीं, स्थानीय प्रशासन और पुलिस भी भीड़ को नियंत्रित करने में जुटे हुए हैं ताकि किसी को कोई असुविधा ना हो.