ये क्या! सिपाही पति को मिली 10 दिन की छुट्टी, तो बौखलाई बीबी, DGP पर जमकर बरसी, वजह जान चकरा जाएगा सिर

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UP News: मेरठ में तैनात एक सिपाही की पत्नी का पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है. इस पोस्ट को पढ़कर हर कोई हैरान रह जा रहा है. आइए जानते हैं पूरा मामला…
महिला का यूपी पुलिस पर फूटा गुस्सा. (एआई जनरेटेड तस्वीर)
हाइलाइट्स
- सिपाही की पत्नी का पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल
- महिला ने 10 दिन की छुट्टी पर जताई नाराजगी
मेरठ: उत्तर प्रदेश से एक बड़ा ही अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां एक सिपाही पति को महज 10 दिन का अवकाश मिलने पर गर्भवती पत्नी आग बबूला हो गई. उसने सोशल मीडिया पर जमकर मेरठ पुलिस और डीजीपी को सुनाई. यह तक कह दिया कि शर्म कर लो. अब महिला को पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. आइए जानते हैं पूरा माजरा…
शर्म करने की नसीहत
डायल 112 की गाड़ी संख्या 568 पर ड्यूटी कर रहे हेड कांस्टेबल प्रवीण कुमार की पत्नी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपना गुस्सा जाहिर किया. उन्होंने पुलिस विभाग पर सवाल उठाते हुए पूछा कि 10 दिन में कोई महिला कैसे स्वस्थ हो सकती है? यहां तक कि उन्होंने यूपी पुलिस को शर्म करने की नसीहत तक दे डाली.
यह है वजह
दरअसल, प्रवीण कुमार ने अपनी पत्नी की डिलीवरी के लिए 45 दिन के अवकाश की एसएसपी मेरठ से मांग की थी. हालांकि मेरठ एसएसपी विपिन टांडा ने केवल 10 दिन का ही अवकाश दिया. इस फैसले से प्रवीण कुमार की पत्नी आगबबूला हो गईं. उन्होंने सीधे एक्स पर अपनी भड़ास निकाली दी. तब शायद उन्हें भी नहीं पता होगा कि उनका पोस्ट इतना चर्चाओं में आ जाएगा.
पोस्ट कर निकाला गुस्सा
सिपाही की पत्नी ने लिखा, श्रीमान एसएसपी मेरठ जी का मेरे पति को मेरी डिलीवरी के लिए 45 दिन में से 10 दिन उपार्जित अवकाश देने पर बहुत-बहुत धन्यवाद. श्रीमान जी साथ ही ये भी बता देते कि मैं कैसे 10 दिन में डिलीवरी कराकर स्वस्थ हो सकती हूं? श्रीमान जी कुछ तो शर्म करो एक औरत के लिए. इस पोस्ट में महिला ने मेरठ पुलिस और यूपी पुलिस के डीजीपी को टैग किया है.
स्क्रीन शॉट्स सोशल मीडिया पर वायरल
अब इस पोस्ट का स्क्रीन शॉट्स सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. पोस्ट वायरल होते ही पुलिस विभाग में हलचल मच गई. इस मामले को लेकर विभाग के अधिकारी असमंजस में हैं. पुलिस विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अवकाश देने की प्रक्रिया सरकारी नियमों के अनुसार होती है और इसमें बदलाव संभव नहीं है.