ये हैं बरेली के बेहद चमत्कारी मंदिर, यहां दर्शन मात्र से पूरी हो जाती है हर मन्नत, जानिए मान्यता

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Bareilly Famous Temple: नाथ नगरी बरेली के जिन्द बाबा, धोपेश्वर नाथ, मूंछों वाले हनुमान, चुन्ना मियां, काली माता, पशुपतिनाथ और बाबा श्याम के मंदिर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करने के लिए प्रसिद्ध हैं.
नाथ नगरी बरेली के कई रहस्यमयी मंदिरों की अपनी-अलग ही महिमा है. इन्हीं में से एक जिन्द बाबा का मंदिर है. जिसकी मान्यता यह है कि यदि कोई भी भक्त सोमवार को यहां सच्चे मन से अर्जी लगाने आता है, बाबा उसकी मनोकामनाएं अवश्य पूरी करते हैं. यहां सभी तरह के भक्त अर्जी लगाने आते हैं. इस मंदिर का नाम जिन्द बाबा का मंदिर ऐसे पड़ा, क्योंकि यहां जिन्द नाम के एक महाराज जी हैं. जो कि अपना आसन लगाकर इस मंदिर में बैठते हैं. इस मंदिर में आने वाले सभी भक्तों की अर्जी सुनकर उनकी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.

नाथनगर बरेली में शिवरात्रि बड़े धूमधाम से मनाई जाती है. धोपेश्वर नाथ मंदिर बरेली कैंट में बना हुआ है और यह मंदिर 500 साल पुराना है. यहां भगवान भोलेनाथ की आराधना करने से सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं . कहावत यह भी है कि अगर कोई मनवांछित इच्छा महादेव से मांगता है तो महाशिवरात्रि के दिन इस मंदिर में महादेव को प्रसन्न करने के लिए भक्त बड़ी संख्या में आकर जलाभिषेक करते हैं.

हर मंगलवार बाला जी के भक्तों के लिए काफी बड़ा दिन होता है. इस दिन वे हनुमान जी की पूजा अर्चना करते हैं. ऐसे ही भक्तों के लिए बरेली के बड़ी बमनपुरी में स्थित है मूछों वाले हनुमान जी का मंदिर. इसकी मान्यता यह है कि यहां आने वाली सभी भक्तों की मनोकामनाएं जल्द से जल्द भगवान बालाजी पूर्ण करते हैं. यहां दूर-दूर से लोग प्रभु के दर्शन करने आते हैं और मनोकामना पूरी होने पर चोला चढ़ाते हैं.यह मंदिर भक्तों के पूजन के लिए सुबह 5:00 खुलता है फिर दोपहर 12:00 बजे बंद हो जाता है. उसके बाद शाम को 5:00 बजे खुलता है और रात तक खुला रहता है. इस दौरान ही यहां पूजा-अर्चना के लिए आएं. सप्ताह के दिनों में यहां विशेष भीड़ रहती है. यहां भारी संख्या में भक्त मूंछों वाले हनुमान जी बालाजी महाराज के दर्शन करने मंगलवार और शनिवार को आते हैं. इसके अलावा यहां 163वीं रामलीला भी आयोजित कराई गई है, जोकी राम बारात के नाम से प्रसिद्ध है.

भारत के मंदिरों की कई कहानी आपने सुनी होगी. नाथ नगरी बरेली में भी एक बहुत अनोखा मंदिर है. मिसाल पेश करते हुआ यह मंदिर कई सालों से बरेली के लोगों के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है. इस मंदिर को हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक माना जाता है.यह मंदिर चुन्ना मियां के नाम से प्रसिद्ध है. मान्यता यह है कि यदि कोई सच्चे मन से भक्ति और पूजा-अर्चना करता है, तो भगवान लक्ष्मी-नारायण उसकी इच्छा जरूर पूरी करते हैं.

बरेली में स्थित काली माता का मंदिर 200 साल पुराना है, जिसकी महिमा अपरंपार है. यह मंदिर भक्तों के बीच अपनी विशेष मान्यताओं के लिए प्रसिद्ध है. यहां हर शनिवार को बड़ी संख्या में भक्त अपनी मन्नत लेकर आते हैं. माना जाता है कि जो भी भक्त मां काली के दर्शन करने इस मंदिर में आता है, उसकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इसके अलावा, यहां आने वाले भक्तों की ऊपरी हवा या अन्य किसी भी प्रकार की समस्या मां काली के दर्शन से दूर हो जाती है. हर शनिवार को काली माता के मंदिर में भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं. यहां प्रतिदिन सुबह 5:00 बजे और शाम 9:00 बजे मां काली की आरती होती है. भक्त मां के दर्शन रात 10:00 बजे तक कर सकते हैं. खासकर शनिवार को इस मंदिर में अत्यधिक भीड़ होती है, क्योंकि यह दिन मां काली का विशेष दिन माना जाता है. इसके अलावा, 15 अक्टूबर को मां काली के मंदिर में विशेष मेला आयोजित किया जाएगा.

नाथ नगरी बरेली के पशुपतिनाथ मंदिर में भक्त दर्शन करने के लिए यहां आते हैं. यहां पर 108 प्रकार के छोटे से लेकर बड़े शिवलिंग इस मंदिर में भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं. सावन के महीने में इस मंदिर में शिव भक्त जल चढ़ाने के लिए आते हैं. पर्यटकों की दृष्टि से भी यह मंदिर आकर्षण का केंद्र बना रहता है. अगर आप भी आ रहे हैं नाथ नगरी बरेली तो भगवान महादेव के समक्ष अपनी मनोकामना मांग सकते हैं और आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं.

वो कहते हैं, जिसका कोई नहीं होता, उसे भगवान खाटू श्याम का सहारा मिलता है. बाबा श्याम ही हारे का सहारा होते हैं. ऐसे ही हम बात कर रहे हैं नाथनगरी बरेली के श्यामगंज में स्थित बाबा श्याम के मंदिर की. इस मंदिर में विराजमान बाबा श्याम की कृपा से बरेली के भक्तों के सभी बिगड़े हुए काम संवर जाते हैं. यहां केवल बरेली से ही नहीं, बल्कि आसपास के स्थानों से भी लोग बाबा श्याम के दर्शन करने आते हैं.