रिटायर्ड बैंक कैशियर को सात दिनों तक रखा डिजिटल अरेस्ट, फिर ठग लिए 28 लाख

0
रिटायर्ड बैंक कैशियर को सात दिनों तक रखा डिजिटल अरेस्ट, फिर ठग लिए 28 लाख


Last Updated:

Lucknow News: लखनऊ में रिटायर्ड बैंक कैशियर नरेंद्र मिश्रा को साइबर ठगी में फंसाकर 28.45 लाख रुपये की ठगी की गई. जालसाज ने उन्हें डिजिटल अरेस्ट में रखकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया. पुलिस जांच में जुटी है.

लखनऊ : राजधानी लखनऊ में एक चौंकाने वाला साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जहां रिटायर्ड बैंक कैशियर नरेंद्र मिश्रा को जालसाजों ने डिजिटल अरेस्ट में रखकर सात दिनों तक मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और 28.45 लाख रुपये की ठगी कर डाली.

पीड़ित नरेंद्र मिश्रा वर्ष 2022 में इंडियन ओवरसीज बैंक से रिटायर हुए थे. 28 जून को दोपहर तीन बजे उन्हें एक अनजान नंबर से कॉल आया, जिसमें खुद को जम्मू-कश्मीर एटीएस का चीफ बताने वाले व्यक्ति ने वीडियो कॉल के माध्यम से बातचीत की. कॉल करने वाले ने पुलिस की वर्दी पहने हुए अपनी प्रोफाइल फोटो और वीडियो के जरिए विश्वसनीयता जताई और नरेंद्र मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाए.

जालसाज ने दावा किया कि नरेंद्र मिश्रा के मोबाइल से कुछ गुप्त दस्तावेज पाकिस्तान के नंबरों पर भेजे गए हैं और उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होने वाला है. जांच के नाम पर उन्हें डिजिटल अरेस्ट में रखा गया, यानी उन्हें किसी से बातचीत करने, बाहर जाने या किसी तरह की सूचना साझा करने से रोका गया.

डरे और सहमे नरेंद्र मिश्रा ने खुद को निर्दाेष साबित करने के लिए जालसाज के कहने पर दो बार में कुल 28.45 लाख रुपये आरटीजीएस के जरिए ट्रांसफर कर दिए. ठगी का एहसास होने पर उन्होंने तुरंत लखनऊ साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज कराई है.

फिलहाल साइबर क्राइम पुलिस मोबाइल नंबरों, बैंक खातों और कॉल डिटेल्स के आधार पर मामले की जांच में जुटी है. इस घटना ने एक बार फिर साइबर अपराध के बढ़ते खतरे और उससे जुड़ी सावधानी को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं.

homeuttar-pradesh

रिटायर्ड बैंक कैशियर को सात दिनों तक रखा डिजिटल अरेस्ट, फिर ठग लिए 28 लाख



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हो सकता है आप चूक गए हों