सोने का अंडा देती हैं इस प्रजाति की मुर्गियां, नर और मादा के अनोखे लक्षण बनाते हैं खास

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सोने का अंडा देती हैं इस प्रजाति की मुर्गियां, नर और मादा के अनोखे लक्षण बनाते हैं खास


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Animal husbandry News : इसका वजन भी तेजी से बढ़ता है और इन्हें अधिक देखरेख की भी जरूरत नहीं होती है.

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मुर्गी 

लखीमपुर खीरी. अगर आप भी देशी मुर्गी फार्म शुरू करना चाहते हैं और समझ में नहीं आ रहा है कि कौन सी प्रजाति की मुर्गियां पाली जाएं तो समझिए आपको जवाब मिल चुका है. हम आपको एक ऐसी देसी प्रजाति की मुर्गी बताएंगे जो सोने का अंडा देती हैं. चौंक गए न. चौंकिए मत, आप भी जानते होंगे कि ऐसा कुछ होता नहीं, लेकिन अगर मेहनत और दिमाग से काम किया जाए तो किसी भी काम को ‘सोने का अंडा’ देने वाले काम में जरूर बदला जा सकता है.

तेजी से बढ़ता वजन

ऐसा ही एक काम है मुर्गी पालन, लेकिन इसके लिए सबसे जरूरी है मुर्गी के प्रजाति का चुनाव. देसी मुर्गियां हमेशा से डिमांड में रही हैं और महंगी भी बिकती हैं. अगर आप देसी मुर्गी पालन करना चाहते हैं तो ‘कैरी निर्भीक’ का पालन कर सकते हैं. एनिमल एक्सपर्ट डॉ. नागेंद्र कुमार त्रिपाठी बताते हैं कि कैरी निर्भीक मुर्गी को अंडे और मीट दोनों के लिए पाला जाता है. दूसरी नस्ल की मुर्गियों के मुकाबले इसका वजन भी तेजी से बढ़ता है और इन्हें अधिक देखरेख की भी जरूरत नहीं होती है.

20 सप्ताह में इतनी बड़ी

डॉ. नागेंद्र  के अनुसार, बैकयार्ड फार्मिंग के लिए कैरी निर्भीक नस्ल की मुर्गियां बढ़िया होती हैं.
इनका मांस प्रोटीन से भरपूर होता है. इस नस्ल की मुर्गी तेजतर्रार, आकार में बड़ी, शक्तिशाली और मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता वाली होती है. नर में लड़ने की प्रवृत्ति और मादा में चिड़चिड़ेपन की प्रवृत्ति इस किस्म के कुछ अनोखे लक्षण हैं. इस नस्ल के नर और मादा का वजन लगभग 20 सप्ताह के अंदर ही 1850 से 1350 ग्राम तक हो जाता है.

कैरी निर्भीक नस्ल की मुर्गी 170-180 दिनों में अंडे देने के लिए तैयार हो जाती है. इस नस्ल की मुर्गी पालन से दोगुना मुनाफा होता है. एक तो इनके मांस की डिमांड काफी है और इनके अंडे भी खूब बिकते हैं.

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सोने का अंडा देती हैं इस प्रजाति की मुर्गियां, नर और मादा में कई अनोखे लक्षण



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