₹5100000 के लिए 4 दोस्तों ने रची खौफनाक साजिश, 9 महीने बाद खुला राज, देखते ही पुलिस ने पकड़ लिया माथा, अब…

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Sambhal Murder case: UP के संभल में 51 लाख रुपए की बीमा पॉलिसी के लिए एक्सिस बैंक के पॉलिसी एडवाइजर ने एक दिव्यांग का कत्ल करवा दिया. चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है.
बीमा के लिए की गई थी दिव्यांग की हत्या (image credit- @sambhalpolice)
हाइलाइट्स
- लाखों के बीमा घोटाले के लिए की गई थी दिव्यांग की हत्या
- पुलिस ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार
- बीमा घोटाले का भंडाफोड़
Sambhal: कहते हैं बीमा जीवन की सुरक्षा के लिए होता है, लेकिन अगर वहीं बीमा जी का जंजाल बन जाए तो? सुनने में जरूर अटपटा लग रहा होगा लेकिन ऐसी ही कुछ घटना घटी संभल में. जहां एक दिव्यांग ने बीमा कराया तो जीवन सुरक्षा के लिए लेकिन वही बीमा उसके लिए सबसे बड़ा जी का जंजाल बन गया. चलिए आपको बताते हैं कि पूरा मामला क्या है.
दरअसल, मामला उत्तर प्रदेश के संभल का है जहां एक मासूम दिव्यांग, दरियाब की जिंदगी बीमा की वजह से छीनी ली गई. इस पूरे मामले के पीछे था बीमा घोटाले का एक ऐसा घिनौना प्लान, जिसे दिव्यांग को अपनी जान से चुकानी पड़ी. दरियाव के नाम पर पांच अलग-अलग बीमा कंपनियों से पॉलिसी ली गई थी. जिसे पहले तो आरोपी पंकज राघव, हरिओम सिंह और विनोद ने, जिन्होंने मिलकर बीमा एजेंट की मिलीभगत से फर्जी दस्तावेज तैयार किए. साल 2023 के दौरान दरियाब के नाम पर पॉलिसी तैयार की गईं. जब सभी पॉलिसी एक्टिव हो गईं, तो अगस्त 2024 में इन दरिंदों ने एक पेशेवर अपराधी प्रताप को दरियाब की हत्या की सुपारी दी. हत्यारों ने दरियाव का पहले तो किसी भारी सिर कुचला और फिर शरीर को फिर वाहन से रौंद डाला गया. पुलिस को मामला सड़क दुर्घटना जैसा लग रहा था, लिहाजा सबूतों के अभाव में दिसंबर 2024 में केस बंद कर दिया गया.
कत्ल नहीं, सोची-समझी साजिश
लेकिन असल कहानी तब शुरू होती है जब, 1 अगस्त 2024 को एक सड़क हादसे मामले में चंदौसी कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई थी. चंदौसी के बिसौली थाना क्षेत्र के ढीलवारी गांव निवासी राजेंद्र ने अपने भाई दरियाव जाटव की मौत के संबंध में एफआईआर दर्ज कराई थी. FIR के अनुसार दरियाव 21 जुलाई 2024 को बाजार जाने की बात कह कर घर से निकला था, लेकिन सैनिक चौराहे से आटा जाने वाली सड़क पर करीब डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर रात 10 बजे उसका शव मिला था. उस दौरान अज्ञात वाहन की टक्कर से उसकी मृत्यु होने की बात सामने आई थी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था और मौत का कारण सिर में चोट और पूरे शरीर पर छिलने जैसे निशान बताए गए थे. जिसके बाद केस को रीओपन किया गया.
बीमा कंपनियों की सतर्कता से खुला राज
पॉलिसी क्लेम्स में मिली सबूत और दस्तावेजों की जांच के दौरान उठे सवालों ने पुलिस को दोबारा जांच शुरू करने पर मजबूर कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने दोबारा जांच शुरू की तो एक-एक कर सुराग सामने आते गए. दरियाव के नाम पर बनाए गए फर्जी दस्तावेज, बीमा पॉलिसियों की कॉपियां, डिजिटल रिकॉर्ड्स और हत्या में इस्तेमाल वाहन सब कुछ जब्त कर लिया गया. जब पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा, तब तक आरोपियों ने हाल के महीनों में 15 लाख रुपये हड़प लिए थे.
थाना चंदौसी व बहजोई की पुलिस टीम द्वारा बीमा की राशि हड़पने के उद्देश्य से की गई हत्या का सफल अनावरण कर 04 अभियुक्तों को गिरफ्तारी एवं घटना/पॉलिसी से सम्बन्धित अभिलेख/सामान की बरामदगी के सम्बन्ध में #SPSambhal @Krishan_IPS की बाइट। Part 1.#UPPolice#GoodWorkUPP https://t.co/mFn9E9onz3 pic.twitter.com/EIddc5iHzX
— SAMBHAL POLICE (@sambhalpolice) May 2, 2025