12 परियोजनाएं, 4600 बायर्स! ये कंपनी पूरा करेगी अधूरा सपना, जाने कैसे होगा काम, क्या है प्लान

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Jaypee Associates Projects : इसकी 12 परियोजनाओं में 4600 बायर्स फंसे हुए हैं. ये परियोजनाएं यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे एक विशेष विकास क्षेत्र का हिस्सा हैं. इसमें बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट शामिल है.
यूपी के इस जिलें में 4600 बायर्स को को कब मिलेगा सपने आशियाना: कब होगी रुकी हुई
हाइलाइट्स
- जेपी की रुकी परियोजनाओं को पूरा करेगा यमुना प्राधिकरण.
- 4600 बायर्स को मिलेगा उनका आशियाना.
- नई वेबसाइट से घर खरीदारों को मिलेगी जानकारी.
Jaypee Projects/ग्रेटर नोएडा. यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण ने जेपी एसोसिएट की रुकी हुई परियोजनाओं को पूरा करने के लिए अहम कदम उठाया गया है. यहां करीब 12 परियोजनाओं में 4600 बायर्स फंसे हुए हैं. ये परियोजनाएं यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे एक विशेष विकास क्षेत्र का हिस्सा हैं, जिसमें बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट भी शामिल है. प्राधिकरण ने पहले डेवलपर जेपी एसोसिएट को कई हेक्टेयर जमीन आवंटित की थीं. लेकिन बकाया भुगतान न होने के कारण फरवरी 2020 में आवंटन रद्द कर दिया था. मार्च में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्राधिकरण के फैसले को बरकरार रखा और उसे अधूरी परियोजनाओं को अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया.
देखरेख में करें पूरा
अदालत ने आदेश दिया कि इन परियोजनाओं को राज्य सरकार, यूपी रेरा और यमुना विकास प्राधिकरण के जिम्मेदार अधिकारियों की एक समिति को देखरेख में पूरा किया जाए. प्राधिकरण ने वर्तमान स्थिति का आकलन करने के लिए सलाहकार के रूप में “करी एंड ब्राउन” कंपनी का चयन किया है. करी एंड ब्राउन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए एक नए डेवलपर का चयन करने के लिए प्रस्ताव तैयार करेगी.
अंतिम रूप देने की तैयारी
यमुना विकास प्राधिकरण अगले 10 दिनों के भीतर आईएफपी को अंतिम रूप देने की योजना बना रहा है. तैयार होने के बाद आरएफपी जारी कर दिया जाएगा. हित धारकों को उसे पारदर्शिता और सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्राधिकरण एक वेबसाइट लांच करेगा. जहां घर खरीदार अपने प्रोजेक्ट का विवरण जैसे पंजीकरण और पूर्ववर्ती डेवलपर को भुगतान करने की गई राशि आदि की जानकारी मिलेगी. डेवलपर के चयन के बाद कंस्ट्रक्शन से जुड़ा काम शुरू किया जा सकता है.