Jagannath Mandir: गर्मी से बेहाल भगवान जगन्नाथ! इस दिन होगा विशेष स्नान, जानिए क्या है परंपरा

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Varanasi Jagannath Mandir: मंदिर के प्रधान पुजारी राधेश्याम पांडेय ने बताया कि इस बार ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि 11 जून को है.इस दिन ही यह परम्परा निभाई जाएगी. भक्तों के स्नान के बाद भगवान 14 दिन के तक बीमार हो जाते…और पढ़ें
गर्मी से बेहाल भगवान जगन्नाथ
वाराणसी: ज्येष्ठ की भीषण गर्मी में इंसान ही नहीं बल्कि भगवान भी गर्मी से बेहाल हो जाते है.धर्म नगरी काशी में इसकी बानगी देखी जाती है.गर्मी से बेहाल भगवान जगन्नाथ को भक्त गंगा जल से पूरे दिन स्नान कराते है.भक्तों के प्रेम में भगवान जगन्नाथ भी गर्भगृह को छोड़ छत पर विराजमान हो जाते है.ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन यह अद्भुत नजारा काशी के अस्सी स्थित जगन्नाथ मंदिर में दिखाई देता है.
14 दिन भगवान रहते है बीमार
मंदिर के प्रधान पुजारी राधेश्याम पांडेय ने बताया कि इस बार ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि 11 जून को है.इस दिन ही यह परम्परा निभाई जाएगी. भक्तों के स्नान के बाद भगवान 14 दिन के तक बीमार हो जाते है.इस दौरान मंदिर का कपाट भी बंद हो जाता है.लेकिन फिर भी भक्त मंदिर में मत्था टेकने आते हैं.
भगवान को लगता है काढ़े का भोग
बीमारी के दौरान भगवान को काढ़े का भोग लगाया जाता है.यह काढ़ा खास तरिके से तैयार होता है.हर रोज इसे तैयार करने के बाद पुजारी भगवान को इसका भोग लगाते है.फिर इस काढ़े को भक्तों में प्रसाद स्वरूप वितरित किया जाता है. ऐसी धार्मिक मान्यता है कि जो भी भक्त भगवान जगन्नाथ के इस प्रसाद को ग्रहण पूरे 14 दिन ग्रहण करता है उसे पूरे साल रोग व्याधि से मुक्ति मिलती है.
फिर रथयात्रा पर निकलते भगवान जगन्नाथ
14 दिन बीमारी के बाद जब भगवान जगन्नाथ स्वस्थ होते हैं तो मनफेर के लिए वो मंदिर छोड़ अपने मौसी के घर जाते है.इस दौरान वो रथ पर सवार होकर भक्तों के बीच उन्हें दर्शन देंते है.3 दिनों तक यह दौर चलता है.