जब खेत हुए घाटे का सौदा, तो पानी ने बना दिया लखपति, अब हर साल कमा रहा ₹3 लाख!

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बागपत के किसान हबीब खान ने परंपरागत खेती छोड़कर दो बीघा जमीन में मत्स्य पालन शुरू किया. यूट्यूब से सीखी तकनीक से वे अब सालाना करीब 3 लाख रुपये कमा रहे हैं और दूसरों को भी रोजगार दे रहे हैं.
मत्स्य पालन करते हुए।
हाइलाइट्स
- बागपत में खेती छोड़ मछली पालन शुरू किया किसान
- हर साल हो रही 3 लाख की कमाई
- रोजगार का साधन बना तालाब
बागपत- उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के रटौल गांव के रहने वाले हबीब खान ने परंपरागत खेती छोड़कर मत्स्य पालन की राह पकड़ी और आज वे इस फैसले से हर साल लाखों रुपये कमा रहे हैं. उन्होंने बताया कि पहले वे धान, गन्ना जैसी पारंपरिक फसलें उगाते थे, लेकिन लागत ज्यादा और आमदनी कम होने से उन्हें खेती घाटे का सौदा लगने लगी.
हबीब खान ने अपनी दो बीघा जमीन में एक तालाब खुदवाया और यूट्यूब से मत्स्य पालन की तकनीक सीखकर काम शुरू किया. आज उनके तालाब में 5,000 से अधिक मछलियां हैं. वे पांच अलग-अलग नस्ल की मछलियां तैयार करते हैं, जिन्हें दिल्ली, लोनी, हरियाणा और अन्य जगहों पर बेचते हैं. इससे उन्हें सालाना लगभग 3 लाख रुपये का मुनाफा हो रहा है.
तापमान का रखना पड़ता है विशेष ध्यान
हबीब खान बताते हैं कि मत्स्य पालन में खास ध्यान तालाब के पानी के तापमान पर देना होता है, ताकि मछलियों की सेहत अच्छी बनी रहे और उत्पादन पर असर न पड़े. थोड़ी सी सावधानी के साथ यह काम खेती की तुलना में कम खर्च और ज़्यादा लाभ देने वाला है.
रोजगार का साधन भी बना तालाब
अब हबीब खान दूसरों को भी रोजगार देने लगे हैं. उनके इस प्रयास से गांव में मत्स्य पालन को लेकर जागरूकता बढ़ी है और कई युवा इसे अपना नया व्यवसाय मानने लगे हैं.