उज्बेकिस्तान से लखनऊ पहुंची युवतियां, प्लास्टिक सर्जरी से बन गई इंडियन, फिर शुरू किया ऐसा धंधा

0
उज्बेकिस्तान से लखनऊ पहुंची युवतियां, प्लास्टिक सर्जरी से बन गई इंडियन, फिर शुरू किया ऐसा धंधा


Last Updated:

Lucknow News: लखनऊ पुलिस ने राजधानी के ओमेक्स न्यू हजरतगंज के फ्लैट नंबर 527 में छापेमारी कर एक हाई-प्रोफाइल रैकेट का खुलासा किया है. पुलिस ने फ्लैट से दो उज़्बेकिस्तान की युवतियों को भी गिरफ्तार किया है, जो बिन…और पढ़ें

Lucknow News: लखनऊ में पहचान छिपाकर रह रही दो उज़्बेकिस्तान महिलाओं को पकड़ा

हाइलाइट्स

  • लखनऊ पुलिस ने हाई-प्रोफाइल रैकेट का किया भड़ाफोड़
  • उज़्बेकिस्तान की दो महिलाओं को पुलिस ने पकड़ा
  • महिलाओं ने पहचान छिपाने के लिए लड़ाई थी प्लॉस्टिक सर्जरी

लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है, जहां सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस और विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) की संयुक्त टीम ने ओमेक्स न्यू हजरतगंज के फ्लैट नंबर 527 में छापेमारी कर एक हाई-प्रोफाइल सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया. इस कार्रवाई में उज्बेकिस्तान की दो महिलाएं, होलिडा और नीलोफर, बिना वैध पासपोर्ट और वीजा के अवैध रूप से रहती पाई गईं.

सुशांत गोल्फ सिटी थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि ओमेक्स न्यू हजरतगंज की पांचवीं मंजिल पर स्थित फ्लैट नंबर 527 में विदेशी महिलाएं अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं. 21 जून की रात FRRO और पुलिस की संयुक्त टीम ने फ्लैट पर छापा मारा, जहां होलिडा और नीलोफर को हिरासत में लिया गया. पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे उज्बेकिस्तान की नागरिक हैं और उनके पासपोर्ट व वीजा दो साल पहले खो गए थे. हालांकि, उन्होंने इसकी कोई शिकायत पुलिस में दर्ज नहीं कराई थी.

प्लास्टिक सर्जरी से पहचान छिपाने का खेल

इस मामले ने तब और तूल पकड़ा जब महिलाओं ने खुलासा किया कि उनकी पहचान छिपाने के लिए लखनऊ के नामी प्लास्टिक सर्जन डॉ. विवेक गुप्ता ने उनकी प्लास्टिक सर्जरी की थी. डॉ. विवेक, जो गोमतीनगर के पत्रकारपुरम और अहिमामऊ में मिनर्वा क्लीनिक के नाम से अस्पताल चलाते हैं, ने मोटी रकम लेकर दोनों महिलाओं के चेहरे में मामूली बदलाव किए ताकि वे भारतीय परिवेश में घुलमिल सकें और विदेशी न दिखें. पुलिस को शक है कि डॉ. विवेक ने ऐसी कई अन्य विदेशी महिलाओं की भी पहचान बदली हो सकती है.

रैकेट का मास्टरमाइंड और दलाल

पूछताछ में सामने आया कि दोनों महिलाओं को इस फ्लैट में त्रिजिन राज उर्फ अर्जुन राणा ने ठहराया था, जो खुद को पत्रकार बताता है और ओमेक्स आर-1 के फ्लैट नंबर 104 और 1103 में रहता है. त्रिजिन राज की मुलाकात इन महिलाओं से उज्बेकिस्तान की लोयोला कायूमोवा ने कराई थी, जो इस रैकेट की मुख्य सरगना मानी जा रही है. लोयोला के खिलाफ उज्बेकिस्तान सरकार ने लुकआउट नोटिस जारी किया हुआ है, और वह चोरी-छिपे लखनऊ में रह रही थी. बताया जाता है कि लोयोला ने त्रिजिन राज से शादी कर ली थी और दोनों मिलकर इस अवैध नेटवर्क को संचालित कर रहे थे.

पुलिस ने तेज की जांच

पुलिस ने डॉ. विवेक गुप्ता और त्रिजिन राज उर्फ अर्जुन राणा के खिलाफ विदेशी अधिनियम, धोखाधड़ी, और अन्य संबंधित धाराओं के तहत FIR दर्ज की है. दोनों आरोपी मौके से फरार हैं, और उनकी तलाश में पुलिस की टीमें जुटी हुई हैं. FRRO और खुफिया एजेंसियां इस रैकेट के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन, ह्यूमन ट्रैफिकिंग, और अवैध नागरिकता जैसे गंभीर अपराधों की जांच कर रही हैं. पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि लोयोला ने अब तक कितनी उज्बेकिस्तानी महिलाओं को भारत लाया और इस नेटवर्क में कितने लोग शामिल हैं.

authorimg

Amit Tiwariवरिष्ठ संवाददाता

Principal Correspondent, Lucknow

Principal Correspondent, Lucknow

homeuttar-pradesh

विदेश से लखनऊ पहुंची युवतियां, कराई प्लास्टिक सर्जरी, फिर शुरू किया ऐसा धंधा



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *