श्री प्रकाश शुक्ला के धमकी से कांप उठे थे हरिशंकर तिवारी, तब बाप को बनाया ढाल

Last Updated:
वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेश्वर के अनुसार, यूपी STF को श्रीप्रकाश शुक्ला का मोबाइल नंबर मिलते ही उसकी ट्रैकिंग शुरू हुई. हरिशंकर तिवारी ने धमकी के बाद सुरक्षा के लिए श्रीप्रकाश के पिता को साथ रखना शुरू कर दिया थे.
लखनऊ- श्रीप्रकाश शुक्ला का एनकाउंटर हुए कई दशक हो गए हैं. लेकिन आज भी जब अपराध की बात होती है तो हर किसी के जुबान पर श्री प्रकाश शुक्ला का नाम खुदबखुद आ जाता है. उसको मरे भले ही 26 साल से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन आज भी गाहे बगाहे उसकी चर्चा होती रहती है. ऐसे में बिहार के वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेश्वर वत्स ने एक पॉडकास्ट में श्री प्रकाश शुल्का को लेकर अहम खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि जब उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) श्रीप्रकाश की तलाश में जुटी थी, तब एक ऑपरेशन के दौरान उसका मोबाइल नंबर भी पुलिस के हाथ लग गया था. ऐसे में उन्हें भी इस बात का अंदेशा होने लगा था कि STF उन्हें भी अब उठाएगी.
श्रीप्रकाश के डर से सतर्क हुए हरिशंकर तिवारी
ज्ञानेश्वर ने यह भी बताया कि उस वक्त श्रीप्रकाश शुक्ला का खौफ इतना फैल चुका था कि राजनीति और अपराध जगत के दिग्गज भी उससे खौफ खाने लगे थे. खासतौर पर पूर्वांचल के बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी, जो खुद एक बाहुबली थे एक वक्त ऐसा आया कि श्री प्रकाश शुक्ला ने के नाम से वह भी भय खाने लगे थे.