पीलीभीत की शातिर बाघिन लगातार दे रही चकमा… उत्तराखंड तक मची दहशत! वन विभाग के हाथ खाली

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Pilibhit News : पीलीभीत में एक बाघिन पिछले 2 महीने से वन विभाग के गले में फांस बनी हुई है. इन दिनों यह बाघिन यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर चहलकदमी करते देखी जा रही है. लेकिन परमिशन मिलने के बाद भी वन विभाग इस रेस्क्…और पढ़ें
पीलीभीत में एक बाघिन वन विभाग को नाकों चने चबवा रही है. बीते जून महीने की 9 तारीख को खेत पर सिंचाई करने गए एक किसान उसने अपना शिकार बनाया था. तब से लगातार बाघिन की तलाश आसपास के इलाकों में की जा रही है. लेकिन बाघिन वन विभाग की टीम को चकमा देकर घटनास्थल से लगभग 17 किमी. दूर यूपी उत्तराखंड बॉर्डर पर चहलकदमी कर रही है.
9 जून को तड़के सुबह 4 बजे पीलीभीत शहर से 7 किलोमीटर दूर मेवातपुर बनकटी गांव के रहने वाले किसान मुकेश कुमार को खेतों में डेरा जमाए बैठी एक बाघिन ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया था. किसान का शव अधखाई अवस्था में बरामद हुआ था. घटना के 4 दिन बाद 13 जून की दोपहर 2 बजे बाघिन ने घटनास्थल से लगभग 2 किलोमीटर दूर टाह व रमपुरा गांव के पास खेत में एक सांड का शिकार किया. इस बार भी उसकी घेराबंदी कर देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. लेकिन बाघिन वन विभाग की टीम को गच्चा दे कर निकल गई.
शातिर बाघिन लगातार दे रही चकमा
वन विभाग की टीम बाघिन की लोकेशन घटनास्थल व आसपास तलाश रही थी मगर कई दिनों बाद यह शातिर बाघिन घटनास्थल से लगभग 15 किलोमीटर चहलकदमी करते देखी गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए पीलीभीत सामाजिक वानिकी प्रभाग की ओर से बाघिन को रेस्क्यू करने की परमिशन मांगी गई, जिसपर मुख्यालय की ओर से अनुमति दे दी गई. लेकिन यह बाघिन लगातार वन विभाग को चकमा दे रही है. बाघिन की मौजूदगी देखते हुए ग्रामीणों के बीच भी दहशत का माहौल बना हुआ है. पूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत वन एवं वन्यजीव प्रभाग के प्रभागीय निदेशक भरत कुमार डीके ने बताया कि बाघिन की लोकेशन ट्रेस करने में टीमें लगातार जुटी हुई हैं. इधर ग्रामीणों को जागरूक करने के प्रयास किए जा रहे हैं.