Sawan 2025 : ये यूपी का पशुपतिनाथ मंदिर, यहां मछलियां पूरी करती हैं मुराद, भगवान से कनेक्शन

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Bareilly Pashupatinath Temple : 2001 में बिहार कॉलोनी में इस मंदिर की स्थापना हुई. यहां महादेव के 108 शिवलिंगों के दर्शन कर उनको जल अर्पित करने से मन शांत हो जाता है. दूर-दूर से लोग आते हैं.
बरेली. सावन में पशुपतिनाथ महादेव का दर्शन करने के लिए आपको नेपाल जाने की जरूरत नहीं है. नाथनगर बरेली का पशुपतिनाथ मंदिर आपको बुला रहा है. ये मंदिर यहां के पीलीभीत बाईपास रोड, बरेली यूनिवर्सिटी के पास बना है. इस मंदिर में आदिदेव महादेव भगवान पशुपतिनाथ के साथ 108 शिवलिंगों का दर्शन भी कर सकते हैं. बरेली में यह मंदिर साल 2001 में बनवाया गया था. इस मंदिर के परिसर के सरोवर में मछलियां और बत्तख ध्यान खींचते हैं. श्रद्धालु मंदिर परिसर के इस कुंड में मछलियों को भोजन डालते हुए दिखाई देते हैं. मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे दिल से इस कुंड की मछलियों को भोजन कराता है, उसकी मुराद पशुपतिनाथ जरूर पूरी करते हैं.
कम समय में बनाई पैठ
बरेली का पशुपतिनाथ मंदिर कम समय में ही भक्तों के बीच आस्था का केंद्र बन गया है. सावन महीने में हर दिन यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. साल 1988 में शहर के व्यापारी जगमोहन सिंह के मन में इस मंदिर को बनाने का विचार आया. पहले वे नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर जाया करते थे. उन्होंने 2001 में बिहार कॉलोनी में पशुपतिनाथ मंदिर स्थापित कराया. मंदिर का नाम जगमोहन नाथ के नाम से रखा गया. मंदिर के पंडित अंकित शर्मा बताते हैं कि मंदिर के प्रमुख शिवलिंग के चारों तरफ 108 शिवलिंगों को प्रतिष्ठित किया गया है.
मन हो जाता है शांत
पशुपतिनाथ मंदिर के सामने ही यज्ञशाला और धर्मशाला की व्यवस्था मंदिर निर्माण के साथ हुई. मंदिर के एक कोने में कैलाश स्वरूपी पर्वत पर 1101 नर्मदेश्वर शिवलिंग की स्थापना की गई है. मंदिर के चारों ओर पानी का सरोवर है. मंदिर में आए हुए भक्त बताते हैं कि वे हर साल सावन महीने में यहां आते हैं. बरेली की छाया काफी साल से इस मंदिर में आ रही हैं. मनोरमा महादेव पर अपार आस्था रखती हैं. इसलिए सावन के महीने में पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन करने के लिए आती हैं. वह नेपाल हर साल नहीं जा पाती, इसीलिए यहां आती हैं. महादेव के 108 शिवलिंगों के दर्शन कर उनको जल अर्पित करने से उनका मन शांत महसूस करता है.