Ghaziabad Crime: फर्जीवाड़ा कर डीयू की असिस्टेंट प्रोफेसर का भाई बनकर बेची जमीन, पांच पर केस – Land sold by fraudulently posing as brother of DU assistant professor in Ghaziabad

Ghaziabad Crime गाजियाबाद के डासना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां दिल्ली विश्वविद्यालय की एक असिस्टेंट प्रोफेसर की जमीन को उनके ही भाई बनकर किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया गया। पीड़िता ने मसूरी थाने में शिकायत दर्ज कराई है और पांच आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जानिए पूरी कहानी इस रिपोर्ट में।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। डासना क्षेत्र में दिल्ली विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर का भाई बनकर उनकी जमीन किसी अन्य व्यक्ति को बेचने का मामला सामने आया है। पीड़िता ने पुलिस को शिकायत देकर पांच आराेपितों पर मसूरी थाने में केस दर्ज कराया है।
शालीमार बाग निवासी दिल्ली विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शबाना आजमी ने पुलिस को शिकायत देकर बताया कि दिल्ली के खुरेजी खास निवासी नौशाद अली स्वयं को उनके पिता शाकिर अली का बेटा बताता है। जबकि उनके पिता के कोई बेटा नहीं है।
कोविड में हो गई थी माता-पिता की मौत
पीड़िता का कहना है कि उनके माता-पिता की कोविड काल में मृत्यु हो गई थी। माता-पिता की मृत्यु के बाद जमीन के मालिक वह और उनकी बहन जीनत अमान हैं। नौशाद ने फर्जी वारिसान तैयार कराया। इसकी जानकारी जब उन्हें हुई तब उन्होंने आरोपित पर केस दर्ज कराया।
इसके बाद भी आरोपित ने फर्जी वारिसान के आधार पर उनकी जमीन का एक तिहाई हिस्सा डासना निवासी आसिफ अली को इसी वर्ष मई में बेचने का सौदा कर अगस्त में रजिस्ट्री भी कर दी।
जब उन्हें इसकी जानकारी हुई तब मामले की शिकायत डीएम के यहां की। इससे गुस्साए आरोपित ने उन्हें कार्रवाई करने पर जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता की शिकायत पर मसूरी थाने में नौशाद अली, आसिफ अली, ओंकारनाथ, अनस त्यागी और शोएब त्यागी पर फर्जीवाड़े का केस दर्ज किया गया है।
किरायेदार पर मकान कब्जाने का आरोप
उधर, एक अन्य मामले में संजय नगर में बुजुर्ग महिला ने अपने किरायेदार पर मकान पर कब्जा करने और फर्जी अनुबंध पत्र तैयार करने का केस दर्ज कराया है। पीड़िता का कहना है कि किरायेदार ने उनके बेट के नाम से 35 लाख रुपये में मकान का सौदा कर कोर्ट में वाद दायर कर दिया। पीड़िता की शिकायत पर मधुबन बापूधाम थाने में आरोपितों पर केस दर्ज किया गया है।
संजय नगर जी ब्लाक निवासी परबीन बेगम ने पुलिस को शिकायत देकर बताया कि उनके यहां किरायेदार अमित चौधरी को रखा हुआ है। अमित चौधरी पत्नी मोनिका चौधरी और बेटे प्रिंस व रोहन के साथ रहते हैं। पीड़िता का आरोप है कि कुछ माह किराया देने के बाद अमित चौधरी ने किराया देना बंद कर दिया। उन्होंने मकान खाली करने को कहा तब किरायेदार ने मकान भी खाली करने से मना कर दिया।
10 दिन में मकान खाली करने का आश्वासन
उन्होंने सितंबर 2022 में पुलिस को शिकायत देकर आरोपित पर केस दर्ज कराया। पुलिस की मौजूदगी में किरायेदार ने बकाया किराया 10 लाख 90 हजार रुपये देने और 10 दिन में मकान खाली करने का आश्वासन दिया। इसी बीच महिला अपने बीमार बेटे के पास रहने फरीदाबाद चली गईं। जब लौटकर आईं तब उन्हें आरोपितों ने घर में घुसने नहीं दिया।
पीड़िता पुलिस के पास गईं तो उन्हें पुलिसकर्मियों ने बताया कि उनका मामला कोर्ट में चल रहा है। पीड़िता को कोर्ट से जानकारी मिली कि आरोपित ने उनके बेटे के नाम से फर्जी एग्रीमेंट तैयार कराया है, जिसमें 35 लाख रुपये में मकान का सौदा किया है। किराये के रूप में दी गई धनराशि को किस्त के रूप में दिखाया है। इस अनुबंध पत्र के सहारे कोर्ट में वाद दायर किया है।