Ground Report: चाय, मिठाई और लिट्टी बेचने वाले अनशन को मजबूर, एक तरफ बीमारी और दूसरी तरफ उपवास

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अनशनकारियों ने बताया कि उन्हें सरकार से कोई शिकायत नहीं है. सरकार ने उन्हें खुद लोन दिया था ताकि, रोजगार कर अपने परिवार का भरण पोषण कर सके लेकिन, अब लोन…
बलिया: सालों से दुकान कर रहे दुकानदारों पर बुलडोजर गरजने से सब हील गए हैं. इस मामले में एक बुजुर्ग पीड़ित महिला का रोते बिलखते सड़क पर छटपटाता वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है. जिसमें पुलिस ये भी बोल रही है कि, “हटाओ इसको नौटंकी कर रही है”. ये वही बुजुर्ग महिला है जो फुटपाथ पर लिट्टी बेचती थीं. अतिक्रमण अभियान के दौरान उनकी सैकड़ों लिट्टी नष्ट कर दी गई. मामला पूरा तब और बिगड़ गया जब जिला प्रशासन का आश्वासन भी हवा हवाई साबित हुआ. अब तमाम चाय, लिट्टी और मिठाई बेचने वाले चार दिनों से अनशन पर हैं. अभी तक इनकी सुध लेने कोई नहीं आया.
आपको बताते चले कि इसमें एक ऐसा बुजुर्ग भी है जिसके पैर में ब्लड सरकुलेशन की गंभीर समस्या है. आरोप है कि दर्द से ये बुजुर्ग कराहता रहा लेकिन, जिला प्रशासन ने एक न सुनी. सुभाष चंद्र गुप्ता ने कहा कि, जिला प्रशासन इन लोगों के मौत का इंतजाम कर रहा है. निर्णय में प्रशासन मंडी में जगह देने को कहा लेकिन, कुछ नहीं हुआ. ये लोग चार दिनों से अन्न छोड़ दिए हैं. इन्होंने कहा कि, पैर की दवाई सालों से चल रही है. दुकान हटाते समय नगर पालिका ने सब कुछ नष्ट कर दिया है. अब मरने के अलावा कोई भी ऑप्शन नहीं है.
अपने आश्वासन से भी मुकर गई जिला प्रशासन…
इस पूरे प्रकरण में अनशनकारियों ने बताया कि उन्हें सरकार से कोई शिकायत नहीं है. सरकार ने उन्हें खुद लोन दिया था ताकि, रोजगार कर अपने परिवार का भरण पोषण कर सके लेकिन, अब लोन भरने की समस्या उनको गंभीर लग रही है. बुजुर्ग सुनैना गुप्ता ने बताया कि, \”नगर पालिका ने सारा सामान न केवल नष्ट कर दिया बल्कि, अपने आश्वासन से भी मुकर गया और पटरी दुकानदारों के सामने खाने के लाले पड़ गए\”.
क्या बोले नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी…
बलिया नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सुभाष कुमार ने कहा कि ओवर ब्रिज के नीचे किसी को आवंटन नहीं था ये दुकानदार अवैध रूप से अतिक्रमण किए थे जिनको हटा दिया गया है इन लोगों को नोटिस भी दिया गया था जहां तक जीवन यापन के समस्या की बात है तो बलिया एडीएम देवेंद्र प्रताप सिंह के द्वारा इन्हें आश्वासन दिया गया है यह मंडी में जाकर अपना अलॉटमेंट करवा ले उनकी समस्या दूर हो जाएगी.
निष्कर्ष: प्रशासन का साफ तौर पर कहना है कि, “आप सभी दुकानदार मंडी में चले जाए वहां जगह मिल जाएगी लेकिन, दुकानदारों का आरोप है कि उन्हें मंडी में भी जगह नहीं मिल रही है”.