OPINION: तू भोर का पहला तारा है… सीएम योगी के माथे का तिलक हैं ये 5 काम, जिसकी चमक विश्व ने देखी

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OPINION: तू भोर का पहला तारा है… सीएम योगी के माथे का तिलक हैं ये 5 काम, जिसकी चमक विश्व ने देखी


लखनऊः तू भोर का पहला तारा है, परिवर्तन का एक नारा है, ये अंधकार कुछ पल का है, फिर सबकुछ तुम्हारा है, तू माटी का लाल है, कोई कंकड़ या धूल नहीं, तू समय बदल के रख देगा, इतिहास लिखेगा भूल नहीं… ये फिल्म छावा के एक गाने की कुछ लाइनें हैं, जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए फिट बैठती हैं. फिट इसलिए बैठती हैं क्योंकि जिस तरह का प्रदेश उन्हें मिला था, उसको बेहतर करने के लिए जो मानसिकता, जिगर और कलेजा चाहिए था, वो सबकुछ सीएम योगी में है. जिस यूपी की सुबह गोलियों की तड़तड़ाहट से और रात डर के साये में बीत रही हो, उस यूपी को विकास का मॉडल बनाना हर किसी के बस की बात नहीं है.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज 53वां जन्मदिन है. सीएम योगी 53 साल के हो गए हैं, जिसमें से 27 साल उन्होंने राजनीति को दी है. 26 की उम्र में योगी आदित्यनाथ पहली बार सांसद बने और 45 की उम्र में सीएम बने. सुशासन की नई लकीर खींचने वाले सीएम योगी देशभर में लोकप्रिय हैं. उनकी लोकप्रियता का अंदाज इसी बात से लगा सकते हैं कि चुनाव देश के किसी भी कोने में हो, सीएम योगी का हेलिकॉप्टर वहां उतरता ही है. उत्तर प्रदेश में भाजपा फिलहाल जितनी मजबूत स्थिति में है, उसका श्रेय सीएम योगी के शासनकाल को जाता है.

दूसरे राज्यों के लिए बने मॉडल

योगी आदित्यनाथ ना केवल एक बेहतर मुख्यमंत्री हैं, बल्कि एक बेहतर मैनेजमेंट वाले शख्स भी हैं और इसकी बानगी यूपी के उपचुनाव में देखने को मिल गई थी. बतौर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई अहम किए हैं, जिसका दूसरे राज्यों में भी सरकारें पालन कर रही हैं. चाहे वो बुल्डोजर एक्शन हो या अपराधियों का एनकाउंटर. यूपी में चौराहे पर अवैध निर्माण और बदमाश दोनों गिराए जा रहे हैं. सीएम योगी के 8 साल के शासनकाल में महाकुंभ, कोविड मैनेजमेंट, राम मंदिर, बड़े मंदिरों के कॉरिडोर, एक्सप्रेसवे का जाल खूब बिछा है. इसके अलावा जो सबसे बड़ी बात रही कि अपराध व माफिया मुक्त प्रदेश बनाने की कवायद.

महाकुंभ की भव्यता दुनिया ने देखी

144 साल बाद आए महाकुंभ की भव्यता दुनिया ने देखी है. 65 करोड़ से अधिक लोगों ने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई. इस दौरान मैनेजमेंट को लेकर हर किसी ने तारीफ की. सीएम योगी महाकुंभ के शुरू होने से पहले प्रयागराज के खूब दौरे किए और अधिकारियों को सख्त निर्देश तक दिए थे. विदेश से भी श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे. फिल्मी जगत के लोग भी संगम तट पर पहुंचे और मैनेजमेंट की तारीफ की. 24 घंटे बिजली-पानी की व्यवस्था की गई और सफाई पर भी खास ध्यान दिया गया. कई बार सड़कों पर हुजूम भी टूटा लेकिन प्रशासन की बेहतर व्यवस्था ने सबकुछ आसान कर दिया.

अयोध्या की दिलाई नई पहचान

राम मंदिर बनने के बाद से करोड़ों लोग अब तक राम मंदिर का दर्शन कर चुके हैं. विदेश से भी लोग रामलला का दर्शन करने आ रहे हैं. अयोध्या में विकास ने जिस तरह से रफ्तार पकड़ी है, उसने अयोध्या की पूरी तस्वीर बदल दी है. इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लेकर इंटरनेशनल लेवल के रेलवे स्टेशन तक ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा है. आज राम मंदिर में दूसरी बार प्राण प्रतिष्ठा भी होने वाली है. सीएम योगी अयोध्या के विकास के लिए कितने संकल्पित हैं, उनके दौरे से पता चलता है.

माफियामुक्त हुआ यूपी

यूपी के लिए जो सबसे चुनौतीपूर्ण काम था, वो था यूपी को अपराध मुक्त, भय मुक्त और माफिया मुक्त बनाना. इसके लिए सीएम योगी ने सख्त रवैया अपनाया. सीएम योगी ने बार-बार खुले मंच से यह कहा है कि अगर किसी चौराहे पर कोई अपराधी अपराध करेगा तो अगले चौराहे पर उसका राम नाम सत्य हो जाएगा और यही नहीं सीएम योगी ने विधानसभा में कह दिया था कि माफिया को मिट्टी में मिला देंगे. सीएम योगी की सरकार ने सच में माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का काम किया है.

बुलडोजर को बना दिया रोल मॉडल

योगी सरकार अवैध निर्माणों के खिलाफ कितनी सख्त है, इसकी भी बानगी देखने को मिलती रहती है और केवल अवैध निर्माण ही नहीं बल्कि बुलडोजर के जरिए अपराध पीड़ितों को न्याय दिलाने का भी काम किया है. हालांकि कई बार कोर्ट ने इसपर सवाल उठाया है. लेकिन योगी सरकार ने भी कड़ा रुख अख्तियार करते हुए बुलडोजर एक्शन को जारी रखा है. चाहे वो दंगा करने वाले लोग हों, या फिर अपराध करने वाले लोग. सरकार ने कई अपराधियों के साम्राज्य को बुलडोजर के जरिए उखाड़ फेंका है.

चुनावी मैनेजमेंट

चुनावी मैनेजमेंट की जब भी बात होगी, सीएम योगी की बहुत तारीफ होती है. क्योंकि यूपी के उपचुनावों में जिस तरह के नतीजे सामने आए, उसकी तारीफ जमकर हुई. सीएम योगी ने 9 सीटों पर हुए उपचुनाव की जिम्मेदारी खुद संभाली. जिसमें से भारतीय जनता पार्टी को 8 सीटों पर जीत मिली. इनमें से दो सीटें ऐसी थीं कि जहां 30 साल तक बीजेपी ने जीत हासिल नहीं की थी.



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