Shahjahanpur News : जून में करें पुरानी पत्तियों से मल्चिंग, फिर देखिये कमाल…पेड़ रहेंगे कूल, दूर रहेगी गर्मी

Last Updated:
shahjahanpur news in hindi : जून का महीना पेड़-पौधों के लिए बुरे दिनों की तरह है. लेकिन ये तरीका इस मौसम में भी पिंक ताइवान अमरूद के पेड़ों की सेहत और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकता है.
अमरूद
हाइलाइट्स
- जून में पेड़ों की नियमित सिंचाई करें.
- गन्ने की पत्तियों से मल्चिंग करें.
- मल्चिंग से मिट्टी में नमी बनी रहेगी.
How protect trees from heat/शाहजहांपुर. जून महीने में तापमान तेजी की साथ बढ़ रहा है. किसानों के लिए ऐसा मौसम बड़ी चुनौती वाला है. इन दिनों अमरूद की बागवानी करने वाले किसानों को सावधान रहने की जरूरत है. बढ़ते हुए तापमान से मिट्टी में क्रैकिंग आती है, जिससे तेज धूप पेड़ों की जड़ों को नुकसान पहुंचा सकती है. इससे पेड़ों में तनाव आ सकता है और अगर आपके पेड़ों में आया फल भी गिर सकता है. ऐसे में जरूरी है कि समय-समय पर सिंचाई करते रहें. कोशिश करें कि बाग की जमीन मिट्टी से ढकी रहे.
शाहजहांपुर के उद्यान वैज्ञानिक राहुल वर्मा बताते हैं कि जून का महीना पेड़-पौधों के लिए चुनौती भरा रहता है. इन दिनों अगर जरा सी लापरवाही की जाए तो पेड़ों को काफी नुकसान हो सकता है. जो किसान पिंक ताइवान अमरूद की बागवानी कर रहे हैं, वे अपने बाग की अच्छी तरह से देखभाल करें. जिन किसानों के बाग में फल आ चुके हैं, वे पेड़ और फलों को गर्मी से बचाने के लिए समय-समय पर सिंचाई करते रहें. ऐसा करने से पेड़ों को गर्मी के बचाया जा सकता है.
भीषण गर्मी से पेड़-पौधों में तनाव की समस्या आ सकती है, जिससे उनकी ग्रोथ रुक जाती है. अगर किसान चाहते हैं कि उनके पेड़ अच्छी तरह से ग्रोथ करें तो उसमें नियमित तौर पर सिंचाई करते रहें. नेचुरल मल्चिंग भी कर सकते हैं. नेचुरल मल्चिंग के लिए किसान गन्ने की पत्तियों और दूसरी फसल के अवशेष को बाग में बिछा दें. ऐसा करने से मिट्टी में दरार नहीं पड़ेगी और फसल अवशेष डी-कंपोज होकर खाद में तब्दील हो जाएगा. ग्रोथ तेज होगी और सफेद जड़ों का विकास भी तेजी से होगा. पेड़ा ज्यादा उत्पादन देंगे. इससे मिट्टी में केंचुओं की संख्या बढ़ेगी. रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी इजाफा होगा. मल्चिंग करने से लंबे समय तक नमी बनी रहेगी.