अब न करें देरी, बस नर्सरी से लाकर इस पौधे की कर दें रोपाई, फिर भर-भरकर होगी नोटों की कमाई

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UP Agriculture News: कटहल का एक पौधा आमतौर पर 50 रुपए का आता है. जो की खाली पड़ी जमीन पर लगाने के बाद समय-समय पर इसमें सिंचाई की जाती है. इसमें विशेष लागत नहीं आती लेकिन जब यह पौधा बढ़ना शुरू होता है तो कम समय …और पढ़ें
इन राज्यों से आ रही डिमांड
कटहल में विटामिन मिनरल्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. इसके साथ ही इसमें विटामिन सी, विटामिन बी जैसे विभिन्न विटामिन मिलते हैं. इसमें सोडियम, आयरन कैल्शियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस, जिंक जैसे मिनरल्स भी पाए जाते हैं. बता दें, कटहल को आमतौर पर सदाबहार फसल भी कहते हैं. क्योंकि इसकी खेती किसी भी मौसम में आसानी से की जा सकती है. उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के साथ ही फर्रुखाबाद में कटहल की खेती अधिक मात्रा में की जाती है. यहां पर इसके बागों को विशेष तरीके से तैयार किया जाता है.
यह है इसकी खेती का तरीका
क्षेत्र में कटहल की फसल का बंपर उत्पादन हो रहा है. ऐसे समय पर यहां के किसान कटहल को डीसीएम में लोड करने के बाद आजादपुर, फरीदाबाद, साहिबाबाद और अन्य प्रदेशों में ले जा रहे हैं. फर्रुखाबाद के निवासी किसान बताते हैं कि कटहल की खेती करने के लिए वह सबसे पहले खेत को अच्छी तरीके से जुताई करने के बाद प्रति पांच मीटर की दूरी पर बड़े-बड़े गड्ढे करने के बाद उसमें गोबर से तैयार की गई जैविक खाद को डालते हैं. इसके बाद उसमें कटहल के पौधों को लगा देते हैं. वहीं 15 दिनों के अंतराल पर वह सिंचाई करते रहते हैं इस दौरान वह इन पौधों की जड़ों में नीम की खली का भी प्रयोग करते हैं. वही यह पौधे छह वर्ष में फल देने लगते हैं.