अलीगढ़ में आड़ू की बंपर पैदावार, किसानों की मेहनत लाई रंग, बन गए मालामाल

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Peach farming: अतरौली के एक किसान हिमांशु मित्तल पिछले 15 वर्षों से अपने बाग में आड़ू की खेती कर रहे है. वे बताते है कि एक समय था जब अलीगढ़ में आड़ू की खेती का नामोनिशान नहीं था, क्योंकि यह फल मुख्यत, सहारनपुर …और पढ़ें
अलीगढ़. उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के अतरौली क्षेत्र के बागों में इस बार आड़ू की बंपर पैदावार ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है. गर्मियों के इस खास फल को लोग सिर्फ स्वाद के लिए नहीं, बल्कि इसके सेहतमंद गुणों के कारण भी खूब पसंद करते हैं. आड़ू शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्वों का खजाना है. यह न सिर्फ पाचन को बेहतर बनाता है, बल्कि त्वचा की देखभाल से लेकर एलर्जी के लक्षणों को कम करने और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की रोकथाम में भी मददगार माना जाता है.
मार्च के अंत से जून तक आड़ू की मुख्य फसल आती है. यह कम पानी में भी पनपने वाला फल है, जिसे जरूरत से ज्यादा पानी देने पर नुकसान हो सकता है. इसकी पौध दिसंबर में लगाई जाती है और जनवरी तक उस पर नई कोंपलें आने लगती हैं. पहले साल फल हल्का रहता है, लेकिन तीन साल में पेड़ पूरी तरह फल देने लगता है.
एक पेड़ एक सीजन में 5 से 7 हजार रुपये तक की आमदनी देता है. हिमांशु का मानना है कि किसानों को परंपरागत खेती से आगे बढ़कर फल और विविध फसलों की तरफ रुख करना चाहिए, ताकि खेती को मुनाफे का सौदा बनाया जा सके और अतरौली जैसे क्षेत्र भी कृषि की नई पहचान बन सकें.