इलेक्ट्रॉनिक कारोबारी ने गोबर को बना दिया ‘सोना’… 2 एकड़ में शुरू किया ये काम! अब लाखों में है कमाई

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Shahjahanpur News : शाहजहांपुर के इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी आनंद अग्रवाल ने गोबर से वर्मी कंपोस्ट बनाकर जैविक खाद के क्षेत्र में सफलता पाई है. उन्होंने 2 एकड़ जमीन पर वर्मी कंपोस्ट उत्पादन शुरू किया, जिससे उन्हें 4…और पढ़ें
वर्मी कंपोस्ट
हाइलाइट्स
- आनंद अग्रवाल ने गोबर से वर्मी कंपोस्ट बनाना शुरू किया.
- वर्मी कंपोस्ट से हर महीने 700-800 क्विंटल उत्पादन होता है.
- वर्मी कंपोस्ट से कई परिवारों को रोजगार मिला.
शाहजहांपुर: शाहजहांपुर की एक ऐसी शख्सियत जिन्होंने अपने पारंपरिक कारोबार से हटकर एक नई राह चुनी और उसमें सफलता के झंडे गाड़े हैं. शहर के रहने वाले आनंद अग्रवाल जो एक जाने-माने इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी हैं, आनंद अग्रवाल ने अब जैविक खाद के क्षेत्र में भी अपनी पहचान बना ली है. उन्होंने गोबर से वर्मीकंपोस्ट खाद बनाकर न केवल अपनी आय का नया स्रोत बनाया है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं.
आनंद अग्रवाल जो पिछले 25 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक का कारोबार कर रहे हैं. करीब 2 वर्ष पहले शहर से सटे हुए गांव मऊ खालसा में अपनी दो एकड़ जमीन पर वर्मी कंपोस्ट बनाने का काम शुरू किया. यहां अब हर महीने 700 से 800 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन कर रहे हैं. वर्मी कंपोस्ट से उनको करीब 40% से 50% तक मुनाफा होता है.
वर्मी कंपोस्ट के अलावा इसे भी होती है कमाई
वर्मी कंपोस्ट को तैयार करने के दौरान निकलने वाले वर्मी वॉश को भी वह बेच देते हैं. गर्मियों के दिनों में उनके यहां हर महीने करीब 10 हजार लीटर वर्मी वॉश तैयार होता है. 25 लीटर वर्मी वॉश की कीमत 250 रुपए जबकि 50 लीटर वर्मी वॉश की कीमत 500 रूपए रखी है. इसके अलावा 1 किलो वर्मी कंपोस्ट की कीमत 20 रुपए, 2 किलो वर्मी कंपोस्ट 30 रुपए, 5 किलो वर्मी कंपोस्ट 75 रूपए, 10 किलो वर्मी कंपोस्ट 125 रूपए, 50 किलो वर्मी कंपोस्ट की कीमत 400 रुपए तय की है.
5 लाख में शुरू किया ये काम
आनंद अग्रवाल ने वर्मी कंपोस्ट तैयार करने के लिए मेरठ से केंचुए मंगवाए. पूरा यूनिट शुरू करने के लिए करीब 5 लाख रुपए की लागत लगानी पड़ी थी. आनंद डेयरी और गौशालाओं से गोबर खरीद कर वर्मी कंपोस्ट तैयार करते हैं. उनके यहां तैयार होने वाली वर्मी कंपोस्ट खाद और वर्मी वाश को किसान, नर्सरी का काम करने वाले और किचन गार्डन में इस्तेमाल करने वाले लोग आकर ले जाते हैं.
कई परिवारों को दिया रोजगार
वर्मी कंपोस्ट बनाने वाले आनंद अग्रवाल ने करीब एक दर्जन परिवारों को रोजगार भी दे रहे है. आनंद अग्रवाल का कहना है कि वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिए उनके साथ करीब 12 लोग रोजाना काम करते हैं. आनंद अग्रवाल वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने के साथ-साथ वह किसानों को वर्मी कंपोस्ट बनाने के लिए ट्रेनिंग भी देते हैं. इसके अलावा किसानों को वह केंचुआ भी मुहैया कराते हैं.