एग्रीकल्चर फील्ड में बनाना चाहते हैं करियर, तो IVRI ने शुरू किए हैं ये खास कोर्स, खूब है डिमांड

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Bareilly IVRI News: आईवीआरआई, बरेली ने एग्रीकल्चर में एमबीए, एमएससी इन एग्रीकल्चर इकोनोमिक्स और एग्रीकल्चर स्टेटिक्स के तीन नए कोर्स शुरू किए हैं. संस्थान ने स्मार्ट क्लास रूम और नया एजुकेशन सेंटर भी खोला है.
IVRI यूनिवर्सिटी बरेली.
हाइलाइट्स
- IVRI बरेली ने एग्रीकल्चर में तीन नए कोर्स शुरू किए हैं.
- संस्थान ने स्मार्ट क्लास रूम और नया एजुकेशन सेंटर खोला है.
- एमबीए, एमएससी इन एग्रीकल्चर इकोनोमिक्स और एग्रीकल्चर स्टेटिक्स कोर्स शामिल हैं.
विकल्प कुदेशिया/बरेली:क्या आप भी अपना कैरियर एग्रीकल्चर के क्षेत्र में बनाना चाहते हैं और चाहते है कि एग्रीकल्चर के फील्ड की आपको पूरी जानकारी मिले तो यह खबर आपके लिए है. क्योंकि भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI), बरेली, जोकि देश का बड़ा संस्थान बनकर उभरा है. बीते कुछ वक्त पहले ही संस्थान ने तीन नए कोर्स शुरू करने का फैसला लिया था. साथ ही IVRI को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा भी मिला हुआ है. यहां तीन नए कोर्स शुरू किए जा रहे हैं, जिनमें एमबीए इन एग्रीकल्चर बिजनेस मैनेजमेंट, एमएससी इन एग्रीकल्चर इकोनोमिक्स और एग्रीकल्चर स्टेटिक्स हैं. संस्थान ने तीनों ही कोर्स के बारे में डिटेल जारी कर दी है. संस्थान के डायरेक्टर डॉ. त्रिवेणी दत्त का कहना है कि इस तरह के कोर्स शुरू कर संस्थान लगातार कामयाबी की ओर बढ़ रहा है.
आईवीआरआई विभिन्नी विषयों में डिग्री देने के साथ ही मानव संसाधन विकास-कौशल निर्माण के तहत वोकेशनल कोर्स-सार्टिफिकेट और ट्रेनिंग भी देता है. इसके साथ ही बीते साल संस्थान में 368 छात्रों ने प्रवेश लिया था. वहीं डिमांड को देखते हुए बीवीएससी और एएच की सीट बढ़ाई गई हैं. शिक्षा के बदलते मॉडल को देखते हुए संस्थान में छात्रों के लिए स्मार्ट क्लास रूम बनाये गये हैं.
डायरेक्टेर डॉ. त्रिवेणी दत्त ने बताया कि आईवीआरआई, बरेली केन्द्रीय भैंस अनुसधांन संस्थान तथा राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान संस्थान के सहयोग से हिसार में नया एजुकेशन सेंटर खोलेगी. जहां भैंस और घोड़ों से संबंधित पढ़ाई होगी. नए सेंटर की प्रक्रिया पर काम शुरू हो गया है. ये फैसला एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिया गया था. उनका कहना है कि एकेडमिक काउंसिल की बैठक बहुत महत्वपूर्ण प्लेटफार्म है. जहां पर हम अपनी भविष्य की योजनाओं बनाते हैं और पूर्व में चल रही योजनायें की निगरानी करते हैं. डा. दत्त ने कहा कि हमारी डीम्ड यूनिवर्सिटी ने नई शिक्षा नीति को लागू किया है और भारत सरकार के मुताबिक काम करने की कोशिश की है. साथ ही उन्होंने बताया कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में आईवीआरआई की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी.