गोंडा की छात्रा पलक का कमाल, मात्र 200 रुपये में बनाया होम फायर सुरक्षा यंत्र

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छात्रा पलक तिवारी लोकल 18 से कहा कि इस यंत्र का नाम होम फायर सुरक्षा यंत्र रखा गया है. उसने यह यंत्र घरों में लगने वाली आग और उससे होने वाले नुकसान को देखते हुए तैयार किया है. पलक तिवारी ने इस यंत्र को होम फायर…और पढ़ें
दौरान छात्रा पलक तिवारी लोकल 18 से कहा कि इस यंत्र का नाम होम फायर सुरक्षा यंत्र रखा गया है. उसने यह यंत्र घरों में लगने वाली आग और उससे होने वाले नुकसान को देखते हुए तैयार किया है. पलक तिवारी ने इस यंत्र को होम फायर सुरक्षा यंत्र नाम दिया है. अक्सर घरों में छोटी सी चिंगारी बड़ी आग का रूप ले लेती है. जिससे जान-माल का भारी नुकसान होता है. ऐसे हादसों से निपटने और लोगों की सुरक्षा के लिए यह यंत्र बहुत ही कारगर साबित हो सकता है.
इस यंत्र में ऐसा सेंसर लगाया गया है जो जैसे ही धुआं या आग का आभास करता है. एक्टिव हो जाता है. इसके साथ ही यह डिवाइस अपने अंदर लगे छोटे फायर कंट्रोल सिस्टम की मदद से आग बुझाने का काम भी शुरू कर देता है. पलक बताती हैं कि इस यंत्र में एक ऐसा सेंसर लगाया गया है. जैसे ही धुवा या आग का आभास होगा. ऑटोमेटिक इस यंत्र से पानी निकलने लगेगा जिससे आग पर नियंत्रण पाया जा सकता है.
कितनी आई लागत
पलक बताती हैं कि उन्होंने यह यंत्र को तैयार करने में मात्र 200 रुपए का खर्च आया है. इस हमको तैयार करने में 2 दिन का समय भी लगा है. गांवों, कस्बों और छोटे शहरों में भी लोग आसानी से इस यंत्र को लगा सकें और आग जैसी आपात स्थिति में समय रहते बचाव कर सकें. पलक तिवारी बताते हैं कि पूर्व माध्यमिक विद्यालय कुरसहा में कक्षा 8 की छात्रा हैं.
कुछ मिनटों में ही नियंत्रण पा लिया जाएगा
विवेक पाठक (विज्ञान शिक्षक) ने बताया कि इस यंत्र को बनाने के पीछे पलक की सोच यही थी कि अगर आग लगने पर शुरुआती कुछ मिनटों में ही नियंत्रण पा लिया जाए, बड़ी दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है. उन्होंने इस यंत्र पर काम स्कूल के प्रोजेक्ट के दौरान शुरू किया था. लेकिन बाद में इसे और बेहतर बनाकर अब तैयार किया है.स्थानीय लोगों और शिक्षकों ने भी पलक की इस पहल की जमकर सराहना की है. पलक ने न सिर्फ तकनीकी रूप से कुछ नया करने की कोशिश की है. बल्कि एक सामाजिक जरूरत को ध्यान में रखते हुए समाधान भी दिया है.