घर में उगानी हैं जैविक सब्ज़ियां और फूल? ये गार्डनिंग टिप्स जरूर अपनाएं
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घर में हरियाली और ताजगी लाने के लिए बागवानी एक बेहतरीन विकल्प है. हालांकि, कई लोग सही जानकारी के अभाव में पौधों की देखभाल ठीक से नहीं कर पाते. यदि धूप, मिट्टी, पानी और खाद का सही ध्यान रखा जाए, तो बागवानी न सिर्फ आसान हो जाती है, बल्कि पौधे तेजी से बढ़ते हैं और बगीचा हमेशा हरा-भरा बना रहता है.
बागवानी में पौधों को सही मात्रा में धूप देना बेहद जरूरी है. इसके लिए ऐसी जगह चुनें जहां उन्हें 4 से 6 घंटे हल्की धूप मिलती रहे. ध्यान रखें कि बहुत तेज़ धूप से पौधे झुलस सकते हैं, जबकि कम रोशनी में उनकी वृद्धि रुक जाती है. आम तौर पर सुबह की धूप पौधों के लिए सबसे फायदेमंद मानी जाती है.

बागवानी के लिए भुरभुरी और हल्की मिट्टी का चुनाव करें, जिसमें पानी जमा न हो सके. मिट्टी में गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट मिलाकर इसे पोषक तत्वों से भरपूर बनाया जा सकता है. अच्छी मिट्टी जड़ों को मजबूती देती है और पौधों के विकास को तेज करती है.

पौधों को उनकी जरूरत के अनुसार ही पानी देना चाहिए, क्योंकि ज्यादा पानी देने से जड़ें सड़ सकती हैं. सिंचाई से पहले हमेशा मिट्टी की नमी की जांच करें. इसके अलावा, हर 10-15 दिन में जैविक खाद डालना जरूरी है, ताकि पौधों को पर्याप्त पोषण मिले और उनका विकास लगातार होता रहे.
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बलिया के प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक प्रो. अशोक कुमार सिंह के अनुसार, नए लोगों को तुलसी, मनी प्लांट, पुदीना और गेंदा जैसे पौधों से बागवानी की शुरुआत करनी चाहिए. ये पौधे कम देखभाल में भी अच्छे से बढ़ते हैं और जल्दी परिणाम देते हैं, जिससे गार्डनिंग में रुचि, आत्मविश्वास और अनुभव दोनों बढ़ते हैं.

सबसे अहम बात यह है कि खरपतवार पौधों के लिए बड़े दुश्मन होते हैं. समय-समय पर हाथ से निराई-गुड़ाई करें और बीज बनने से पहले उन्हें हटा दें. मल्चिंग के लिए सूखी पत्तियां या पेंसिल शेविंग का इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे मिट्टी में नमी बनी रहती है और पौधों की वृद्धि बेहतर होती है.

बेल वाली प्रजाति के पौधों को ऊपर चढ़ने के लिए सहारा देना बहुत जरूरी होता है. मुरझाए हुए फूलों को हटाने से नई कलियां जल्दी आती हैं. कीट और चींटियों से बचाव के लिए पानी और सिरके का हल्का घोल एक असरदार घरेलू उपाय साबित होता है.

चुकंदर के बीज बोने से पहले उन्हें गुनगुने पानी में भिगोना चाहिए और मिट्टी में थोड़ी लकड़ी की राख मिला देनी चाहिए, इससे जड़ें अच्छी और मोटी बनती हैं. दिसंबर में अफ्रीकी और फ्रेंच गेंदा बेहतरीन तरीके से खिलते हैं, जिससे बगीचे की सुंदरता बढ़ती है. यदि इन बातों का ध्यान रखा जाए, तो बागवानी हर मौसम में हरियाली से भरपूर बनी रहती है.