जब डर ने भीड़ को कुचला, 7 दर्दनाक घटनाएं जो बताती हैं अफवाह बम से भी खतरनाक

1. हरियाणा: मनसा देवी मंदिर, 2024
क्या अफवाह फैली? – बिजली का करंट फैलने की बात फैली
परिणाम – श्रद्धालु घबरा गए, भगदड़ मच गई
कितने मरे? – 8 लोगों की मौत, दर्जनों घायल
नोट – कोई करंट नहीं था, अफवाह झूठी निकली.
क्या अफवाह फैली? – स्टेडियम में बम या कुछ गिरने की अफवाह
परिणाम – भीड़ ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी
कितने मरे? – 3 लोगों की मौत, 25 से ज्यादा घायल
नोट – कोई धमाका नहीं हुआ था, लोग पैनिक से मरे.
3. इलाहाबाद: कुंभ मेला, 2013
क्या अफवाह फैली? – रेलवे प्लेटफॉर्म पर पुल गिरने की अफवाह
परिणाम – भगदड़ में लोग कुचले गए
कितने मरे? – 36 लोगों की मौत, 50 से अधिक घायल
नोट – पुल नहीं गिरा था, अफवाह ने मचाया कोहराम.
क्या अफवाह फैली? – बम विस्फोट की आशंका
परिणाम – मोदी की रैली में भगदड़
कितने मरे? – 5 की मौत, दर्जनों घायल
नोट – कुछ कम तीव्रता के धमाके हुए थे, लेकिन मुख्य हताहत भगदड़ से हुई.
5. मालावी (अफ्रीका), 2022
क्या अफवाह फैली? – ‘पिशाच’ इंसानों को मार रहे हैं
परिणाम – भीड़ ने लोगों को मार डाला
कितने मरे? – 9 से ज्यादा मौतें
नोट – यह अफवाह गांवों में फैली थी, कोई जादू-टोना नहीं था.
क्या अफवाह फैली? – दूसरे बम की आशंका
परिणाम – पहले धमाके के बाद भगदड़
कितने मरे? – 5 की मौत भगदड़ में
नोट – मुख्य धमाके के अलावा ज्यादातर लोग दौड़ते हुए कुचले गए.
7. उत्तर प्रदेश: हाथरस मंदिर हादसा, 2024
क्या अफवाह फैली? – VIP के आने से रास्ता बंद हो जाएगा
परिणाम – लोगों ने एक साथ निकलने की कोशिश की
कितने मरे? – 121 मौतें
नोट – सबसे भयावह हादसा, अफवाह ने भीड़ को उग्र बना दिया.
हादसे वाले स्थान पर एक तरफ पहाड़ की ओर जाने वाले कच्चे रास्ते और खाई हैं जिन पर इन दिनों घनी झाड़िया उगी हुई हैं. हरिद्वार पुलिस कोतवाली के प्रभारी रितेश शाह ने बताया कि एसडीआरएफ की टीम अब भी घनी झाड़ियों में तलाशी अभियान चला रही है क्योंकि प्रशासन को आशंका है कि भगदड़ के दौरान कहीं भीड़ में से कुछ लोग झाड़ियों में खाई की ओर न गिर गए हों.