दिल्ली-मुंबई छोड़ो, अब बहराइच में ही मिलेगा सुपर एडवांस ENT इलाज

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बहराइच मेडिकल कॉलेज को 58 लाख की अत्याधुनिक माइक्रोस्कोपिक मशीन मिली है, जिससे नाक, कान और गले की जटिल सर्जरी अब यहीं हो सकेगी. इससे मरीजों को लखनऊ या दिल्ली जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
माइक्रोस्कोपिक मशीन का संचालन शुरू!
हाइलाइट्स
- बहराइच मेडिकल कॉलेज को 58 लाख की माइक्रोस्कोपिक मशीन मिली.
- अब नाक, कान, गले की जटिल सर्जरी बहराइच में होगी.
- मरीजों को लखनऊ या दिल्ली जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
बहराइच: अब जिले के लोगों को नाक, कान और गले से जुड़ी जटिल बीमारियों के इलाज के लिए लखनऊ, दिल्ली या मुंबई जैसे बड़े शहरों की तरफ रुख नहीं करना पड़ेगा. बहराइच मेडिकल कॉलेज अस्पताल को अत्याधुनिक तकनीक से लैस 58 लाख रुपये की माइक्रोस्कोपिक मशीन मिल गई है. इस हाईटेक मशीन की मदद से ईएनटी यानी नाक-कान-गले से जुड़ी कई गंभीर सर्जरी अब यहीं जिले में की जा सकेंगी.
4K वीडियो आउटपुट वाली इस मशीन की खासियत
यह नई मशीन न सिर्फ एडवांस टेक्नोलॉजी पर आधारित है, बल्कि इसमें 4K वीडियो आउटपुट की सुविधा भी है. इस तकनीक की मदद से ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों को हर चीज बेहद साफ-साफ दिखाई देगी, जिससे सर्जरी और भी सटीक और सुरक्षित हो पाएगी. इसके अलावा यह मशीन मेडिकल छात्रों के लिए भी एक बेहतरीन लर्निंग टूल साबित होगी क्योंकि वे लाइव सर्जरी को हाई-क्वालिटी डिस्प्ले पर देख सकेंगे.
ENT विभाग को मिलेगी नई दिशा
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय खत्री ने ईएनटी विभाग में इन आधुनिक मशीनों का उद्घाटन किया. उन्होंने बताया कि यह तकनीक बहराइच के लिए एक बहुत बड़ा और जरूरी कदम है, जो यहां के इलाज को नई ऊंचाईयों तक ले जाने में मदद करेगा. उन्होंने कहा कि अब ENT विभाग में कई तरह की जटिल सर्जरी आसानी से की जा सकेंगी.
कौन-कौन सी सर्जरी होगी?
इस हाईटेक माइक्रोस्कोप की कुल लागत लगभग 58 लाख रुपये है. यह मशीन कई तरह की ईएनटी सर्जरी को करने में सक्षम है, जैसे मायरिंगोप्लास्टी, टायंपेनोप्लास्टी, कॉर्टिकल मास्टॉयडेक्टॉमी, एमआरएम (मॉडिफाइड रैडिकल मास्टॉयडेक्टॉमी), स्टैपेडेक्टॉमी, ऑसिकुलोप्लास्टी और यहां तक कि गर्दन की सर्जरी भी इस मशीन से की जा सकती है. इसके लिए इसमें खास अटैचमेंट्स भी लगाए गए हैं, जिससे डॉक्टरों को ऑपरेशन के दौरान बेहतर सुविधा मिलती है.
अब नहीं करनी पड़ेगी दूसरे शहरों की दौड़
डॉ. संजय खत्री ने बताया कि अब तक बहराइच में सरकारी या प्राइवेट किसी भी अस्पताल के पास ऐसी मशीन नहीं थी. इस वजह से गंभीर इलाज के लिए मरीजों को लखनऊ या अन्य बड़े शहरों में जाना पड़ता था. लेकिन अब मेडिकल कॉलेज में इस मशीन के आने से ये सारी सुविधाएं यहीं बहराइच में मिलेंगी. इससे जिले के साथ-साथ आसपास के इलाकों के हजारों मरीजों को राहत मिलेगी.
लंबे समय से थी जरूरत, अब शुरू हुआ संचालन
इस मशीन की जरूरत मेडिकल कॉलेज में काफी समय से महसूस की जा रही थी. सागर से अनुमति मिलने के बाद इस मशीन को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मंगवाया गया और अब इसका संचालन भी शुरू कर दिया गया है. यह सुविधा बहराइच के मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को काफी मजबूत बनाएगी और आम लोगों को सुलभ इलाज उपलब्ध कराएगी.