धान की नर्सरी डालने के 3 दिन बाद रेत के साथ डाल दें 500 ML ये दवा… छूमंतर हो जाएंगे खरपतवार

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Paddy Farming Tips : किसान धान की नर्सरी में खरपतवार नियंत्रण के लिए पायराज़ोसल्फ्यूरॉन एथिल 10% WP का उपयोग करें. यदि बुवाई के समय यह संभव न हो, तो पौध डालने के तीसरे दिन 500 मिलीलीटर प्रिटिलाक्लोर 50% ईसी को …और पढ़ें
धान
हाइलाइट्स
- धान की नर्सरी में खरपतवार बड़ी समस्या है.
- खरपतवार नियंत्रण के लिए प्रिटिलाक्लोर 50% ईसी का उपयोग करें.
- धान की नर्सरी में रेत के साथ पायराज़ोसल्फ्यूरॉन एथिल मिलाएं.
शाहजहांपुर : आमतौर पर जून महीने में धान की फसल की रोपाई की जाती है. शाहजहांपुर में भी किसान धान की फसल की रोपाई के लिए तैयार करना शुरू कर चुके हैं. धान की रोपाई करने के लिए पहले नर्सरी तैयार करनी पड़ती है. नर्सरी में खरपतवार एक बड़ी समस्या रहती है. खरपतवार मुख्य फसल के पौधों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं. जिसकी वजह से धान की नर्सरी की ग्रोथ प्रभावित हो जाती है. किसान नर्सरी की बुवाई के समय खरपतवार प्रबंधन बेहतर तरीके से करें.
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि धान की नर्सरी डालने से पहले किसानों को अच्छी तरह से तैयार करना चाहिए. उसके बाद बीज शोधन कर नर्सरी की बुवाई करें लेकिन नर्सरी में खरपतवार एक बड़ी समस्या रहती है. इसका प्रबंधन भी नर्सरी की बुवाई करते समय किया जा सकता है. ऐसा करने से खरपतवार नहीं उगेंगे.
ऐसे करें खरपतवार का नियंत्रण
धान की पौध के लिए तैयार क्यारियों में पानी भरने के बाद पाटा चलाकर खेत को समतल कर लें. फिर, 80 से 100 ग्राम पायराज़ोसल्फ्यूरॉन एथिल 10% (PYRAZOSULFURON ETHYL 10% WP) प्रति एकड़ के हिसाब से क्यारियों में रेत के साथ मिलाकर समान रूप से बिखेर दें. ध्यान रहे कि 100 ग्राम से अधिक दवा का उपयोग न करें, क्योंकि इससे पौध के अंकुरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. नर्सरी की ग्रोथ भी प्रभावित हो सकती है.
बुवाई के बाद करें ये काम
बुवाई के समय पायराज़ोसल्फ्यूरॉन एथिल 10% (PYRAZOSULFURON ETHYL 10% WP) का उपयोग नहीं कर पाते हैं, तो पौध डालने के तीसरे दिन खेत में पानी भरकर, 500 मिलीलीटर प्रिटिलाक्लोर 50% ईसी (Pretilachlor 50% E.C) को रेत में मिलाकर पूरे खेत में छिड़काव करें. यह भी खरपतवारों को नियंत्रित करने का एक प्रभावी तरीका है. ऐसा करने से खरपतवार नहीं उगेंगे.