पाकिस्तानी दुल्हन को पति ने दिया धोखा, 18 साल बाद वतन वापसी, 2 बच्चों से कभी नहीं मिल पाएंगी इरम

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Bareilly News: इरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है कि भविष्य में कोई ऐसा रास्ता निकाले जिससे कि कोई भी मां अपने बच्चों से ना बिछुड़ सके. आंखों में आंसू लेकर अपने मासूम बच्चों को छोड़कर हमेशा हमेशा …और पढ़ें
इरम वतन वापस जा रहीं.
हाइलाइट्स
- शादी के बाद इरम ने दो बच्चों को जन्म दिया.
- कुछ समय से शौहर अतहर और इरम के बीच विवाद होने लगा.
- अतहर ने इरम को तीन तलाक बोल दिया.
(रिपोर्टः राम विलास सक्सेना)
बरेलीः पाकिस्तान के लाहौर के रहने वाले मशहूर डॉक्टर मजहिल हुसैन ने अब से 18 साल पहले अपनी बेटी को 21 साल की उम्र में हिंदुस्तान की बहू बनाकर विदा किया. लेकिन अब शौहर की करतूत के चलते वह एक तलाकशुदा बहू होकर पाकिस्तान जाने को मजबूर हो गई है. मजबूरी इस बात की भी है कि उन्हें 24 घंटे के अंदर हिंदुस्तान छोड़ना है. उनके दो छोटे-छोटे मासूम बच्चे अब उससे बिछुड़ जाएंगे जिनसे अब वह शायद कभी नहीं मिल पाएंगी.
फिलहाल, इरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है कि भविष्य में कोई ऐसा रास्ता निकाले जिससे कि कोई भी मां अपने बच्चों से ना बिछुड़ सके. आंखों में आंसू लेकर अपने मासूम बच्चों को छोड़कर हमेशा हमेशा के लिए जुदा हो रही ये वो बेबस मां है जो अपने शौहर की बेवफाई का शिकार हुई है. दरअसल पाकिस्तान के लाहौर के रहने वाले मशहूर डॉक्टर मजाहिल हुसैन ने 8 अप्रैल 2008 को अपनी इकलौती बेटी इरम की शादी उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में थाना कोतवाली इलाके के बिहारीपुर के रहने वाले अतहर से की थी.
शादी के बाद इरम ने दो बच्चों को जन्म दिया. आरोप है कि पिछले कुछ समय से शौहर अतहर और इरम के बीच विवाद होने लगा और विवाद के दौरान ही एक दिन अतहर ने इरम को तीन तलाक बोल दिया. शौहर अतहर के रहम करम पर हिंदुस्तान में रह रही इरम के लिए चारों ओर अंधेरा दिखाई देने लगा. इसके बाद इरम ने कानून का सहारा लिया. इरम ने तीन तलाक कानून के तहत पति के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करवाया. लेकिन वीजा अवधि न बढ़ने के चलते इरम हिंदुस्तान में अवैध नागरिक हो गई.
पिछले महीने मार्च में ही उन्होंने अपने मुकदमे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की. तो वहीं, अब सरकार ने 1 अप्रैल से पहले इरम को हिंदुस्तान छोड़ने का आदेश दे दिया. इरम आज हिंदुस्तान छोड़ते वक्त न्यूज 18 से खास बातचीत के दौरान अपने बच्चों को याद कर बेहद भावुक हो गई. इरम ने प्रधानमंत्री से गुहार लगाई है कि कोई ऐसा रास्ता निकाले जिससे कि कोई भी मां अपने बच्चों से दूर ना हो सके. इरम की मानें तो अब उन्हें उम्मीद नहीं है कि अब वह कभी अपने बच्चों से मिल पाएगी.
इरम का एग्जिट पास तैयार है और उन्होंने आज बरेली छोड़ दिया है, लेकिन अपने मासूम बच्चों को याद करते हुए इरम बेहद परेशान और हैरान है कि ना मालूम अब वह कब अपने बच्चों से मिल पाएंगी भी या वह हमेशा हमेशा के लिए अपने बच्चों से जुदा हो जाएगी.