भैंस के बराबर दूध देती है इस नस्ल की बकरी! मांस की भी है खूब डिमांड, पाल लिया तो बन जाएंगे मालामाल

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Goat Farming: रायबरेली के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ इंद्रजीत वर्मा ने बताया कि जमुनापारी नस्ल की बकरी पालन से किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं. यह नस्ल उच्च गुणवत्ता वाले मांस और दूध के लिए जानी जाती है.
रायबरेली जिले के राजकीय पशु चिकित्सालय शिवगढ़ के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ इंद्रजीत वर्मा (एमवीएससी मथुरा) लोकल 18 से बात करते हुए बताते हैं कि बकरी पालन का काम कर रहे या फिर बकरी पालन की योजना बना रहे हैं, तो पशुपालक उन्नत नस्ल की बकरी का ही पालन करें. उन्नत नस्ल की बकरियों में शामिल जमुनापारी बकरी अपने कई खास गुणों के लिए जानी जाती है. ऐसे में बकरी पालन करने वाले किसान जमुनापारी नस्ल की बकरी का पालन करके अच्छी कमाई कर सकते हैं. पशु विशेषज्ञ इंद्रजीत वर्मा के मुताबिक जमुनापारी नस्ल की बकरी को एक अन्य नाम बागर बकरी के नाम से भी जाना जाता है. इस नस्ल की बकरियां उत्तर प्रदेश के इटावा आजमगढ़ मैनपुरी जिलों में अधिक पाई जाती हैं .
डॉ इंद्रजीत वर्मा बताते हैं कि जमुनापारी नस्ल की बकरी का रंग पूरी तरह सफेद होने के साथ ही उनके पीठ और पूरे शरीर पर बाल लंबे-लंबे और सींग छोटे होते हैं. इन बकरियों के कान बड़े और मुड़े हुए होते हैं. यह बकरियां अन्य बकरियों के मुकाबले ऊंची और लंबी होती हैं. साथ ही इनका वजन भी अन्य बकरियों की तुलना में अधिक होता है.
इस नस्ल की बकरियों की प्रजनन क्षमता भी अधिक होती है यह 12 से 14 बच्चों को जन्म देती है.साथ ही प्रतिदिन डेढ़ से 2 लीटर दूध का उत्पादन करती है .आगे की जानकारी देते हुए वह बताते हैं कि इस नस्ल की बकरियां अपने उच्च गुणवत्ता वाले मांस एवं दूध के लिए जानी जाती हैं.इसीलिए बाजारों में इन बकरियों की कीमत 15 से 30 हजार तक होती है.